ऋग्वेद के मंत्रों से गुंजायमान हो रहा वेद मंदिर

मथुरा: मसानी चौराहा स्थित गुरु विरजानंद आर्य गुरुकुल वेद मंदिर में चल रहे चतुर्वेद पारायण यज्ञ के चौ

By Edited By: Publish:Fri, 09 Dec 2016 05:53 PM (IST) Updated:Fri, 09 Dec 2016 05:53 PM (IST)
ऋग्वेद के मंत्रों से गुंजायमान हो रहा वेद मंदिर

मथुरा: मसानी चौराहा स्थित गुरु विरजानंद आर्य गुरुकुल वेद मंदिर में चल रहे चतुर्वेद पारायण यज्ञ के चौथे दिन याज्ञिकों द्वारा ऋग्वेद के मंत्रों से आहुतियां दी गई। प्रवचन में वेद मंदिर के अधिष्ठाता आचार्य स्वदेश महाराज ने कहा कि यज्ञ विश्व का सर्वश्रेष्ठ कर्म है।

आचार्यश्री ने यज्ञ का वैज्ञानिक लाभ बताते हुए कहा कि यज्ञ से वायुमंडल शुद्ध होता है और जब वायुमंडल शुद्ध होगा तो हमें श्वसन क्रिया में श्वांस शुद्ध मिलेगी। वेदपाठ गुरुकुल विश्वविद्यालय वृंदावन के ब्रह्माचारियों द्वारा किया जा रहा है। याज्ञिक प्रतिदिन आर्योपदेशक उदयवीर ¨सह, देवी ¨सह व कमलेदव आर्य के भजनों का लाभ उठा रहे हैं। मंदिर के मीडिया प्रभारी विवेक प्रिय आर्य ने बताया कि वेद मंदिर परिसर में चतुर्वेद परायण यज्ञ 6 दिसंबर से प्रतिदिन आचार्य स्वदेश महाराज के ब्रह्मत्व में दो सत्रों में चल रहा है। सुबह 9 से 11.30 बजे तक और दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक याज्ञिकों द्वारा आहुतियां दी जा रही हैं। यज्ञ का समापन 25 दिसंबर को भंडारे के साथ होगा। यज्ञ में आचार्य शत्रुजित शास्त्री, पं.विपिन बिहारी, धर्मेद्रनाथ सक्सेना, प्रेम ¨सह जादौन, राजन ¨सह आदि मौजूद रहे।

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