कर्ज से उबरने को चुराई थीं राधाकृष्ण की प्रतिमा

जागरण संवाददाता, मथुरा: न जाने उसने कितने राधारमण के भक्तों का दिल दुखाया। उसे कोई माफ नहीं करेगा। श

By Edited By: Publish:Thu, 02 Oct 2014 01:14 AM (IST) Updated:Thu, 02 Oct 2014 01:14 AM (IST)
कर्ज से उबरने को चुराई थीं राधाकृष्ण की प्रतिमा

जागरण संवाददाता, मथुरा: न जाने उसने कितने राधारमण के भक्तों का दिल दुखाया। उसे कोई माफ नहीं करेगा। शायद ईश्वर भी नहीं। संकेतवन के राधारमण मंदिर से राधा-कृष्ण की प्रतिमा चोरी की साजिश गांव के ही श्याम बघेल ने बुनी थी। बरसाना पुलिस ने श्याम बघेल और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया। चोरी की साजिश कर्ज से उबरने के लिए की थी। इसमें फरीदाबाद के दो शातिर भी शामिल थे। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

सात दिसंबर 2013 की रात राधारमण मंदिर से राधा-कृष्ण की बेशकीमती प्रतिमाएं चोरी हो गई थीं। सोमवार रात पुलिस ने गांव आजनौख निवासी भगवान सिंह को गिरफ्तार कर मूर्ति बरामद कर ली थीं, पर लायक सिंह निवासी सोन पुलिस को चकमा देकर भाग गया था। एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि गांव संकेत निवासी श्याम और उसके साथी लायक सिंह निवासी गांव सोन थाना डीग (भरतपुर) को पीली कोठी के समीप गिरफ्तार कर लिया गया। श्याम पर लाखों रुपये का कर्जा था। उसे चुकाने के लिए श्याम ने साथी लायक सिंह के साथ मंदिर से मूर्तियां चुराने की प्लानिंग की। लायक सिंह ने श्याम की मुलाकात आजनौख निवासी भगवान सिंह और दाऊजी से कराई। वारदात को अंजाम देने के लिए तीनों ने फरीदाबाद के शातिर संजय और राहुल से संपर्क कर अपने साथ ले लिया।

योजना के मुताबिक वारदात से एक सप्ताह पहले श्याम अपने पांचों साथियों मंदिर दर्शन कराने लाया था। पहली नजर में सभी ने प्रतिमाओं की कीमत करोड़ों रुपये में आंकी। इसके बाद चोरी करना तय हो गया। दूसरी दफा मंदिर के पीछे स्थित श्याम के घर पर सभी एकत्र हुए। मंदिर की रेकी करने के बाद सात दिसंबर की शाम गांव में वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान मूर्तियों को चुराने की योजना तैयार की गई। शाम को सभी लोग श्याम के साथ दर्शन करने आए। आरती के बाद मंदिर की उल्टी परिक्रमा दे रहे राहुल, संजय और दाऊजी को पुजारी त्रिलोकचंद के पुत्र ने रोक दिया था। सीधी परिक्रमा के दौरान तीनों मंदिर के अंदर ही रस्सी, अवैध हथियार और आरी लेकर छिप गए थे।

एसएसपी ने बताया कि मंदिर बंद होने के बाद तीनों ताला काटकर मूर्तियों को लेकर छत पर आए। यहां से रस्सी की मदद से प्रतिमाओं समेत नीचे उतर गए। इसके बाद नाले पर इंतजार कर रहे भगवान सिंह, लायक सिंह और श्याम के पास पहुंच गए थे। नाले के पास ही श्याम ने अपने खेत में रखे करब के ढेर में प्रतिमाओं को दबा दिया। वारदात के बाद सभी अपने-अपने ठिकाने के लिए रवाना हो गए। एसएसपी ने बताया कि दाऊजी, संजय और राहुल की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

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