लाडली के जन्मोत्सव का बरसाना को इंतजार

By Edited By: Publish:Sat, 30 Aug 2014 11:31 PM (IST) Updated:Sat, 30 Aug 2014 11:31 PM (IST)
लाडली के जन्मोत्सव का बरसाना को इंतजार

मथुरा (बरसाना): भगवान श्रीकृष्ण की पराशक्ति राधारानी के धराधाम बरसाना में आगमन को लेकर उनके भक्तगण स्वागत को तैयार हैं। सबको इंतजार है उस पल का, जब कृष्ण प्रिया वृषभान नंदनी का अवतरण बरसाना में होगा। दस दिवसीय राधाष्टमी महोत्सव की शुरुआत रविवार से ललिता जी के जन्मोत्सव के साथ बरसाना में होगी। इसके लिए श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया है।

बाबा वृषभान व कीरत की सबसे प्यारी लाडली किशोरी के जन्मोत्सव का आनंद लेने के लिए देवताओं सहित उनके भक्त बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। राधारानी के आगमन के लिए उनके निज महल को तैयार किया जा रहा है। उनके निज धाम बरसाना में लाडली के आने के खुशी में जश्न का माहौल है। रविवार सुबह से ही दस दिवसीय राधाष्टमी महोत्सव की शुरुआत ऊंचा गांव स्थित ललिता जी के प्राचीन मंदिर में उनके महाभिषेक से होगी। इसमें भाग लेने के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। लाडली जी मंदिर में उनके जन्म से पहले ही श्रद्धालुओं का बधाई देना शुरू हो गया है।

पाच किमी पैदल चलकर पहुंचेंगे बरसाना

लाडली जी के जन्मोत्सव में भाग लेने को श्रद्धालु पाच किलोमीटर पैदल चलकर बरसाना पहुंचेंगे। कोसीकला, छाता तथा गोवर्धन रोड से आने वाले बड़े वाहनों को पाच किमी दूर ही बैरियर लगाकर रोक दिया जाएगा।

यहां होगी पार्किंग की व्यवस्था

राधाष्टमी मेला पर कोसीकला की तरफ से आने वाले बड़े वाहनों को संकेत व गाजीपुर स्थित पार्किंग में और छोटे वाहनों को राधे-राधे कॉलोनी में रोका जाएगा। छाता रोड पर बड़े वाहनों को श्रीनगर मोड़ तथा छोटे वाहनों को गैस एजेंसी के पास रोका जाएगा। गोवर्धन रोड पर बड़े वाहनों को क्रेशर के पास तथा छोटे वाहनों को गोवर्धन ड्रेन के पास रोका जाएगा। कामा की ओर से आने वाले वाहनों को राधाबाग पर रोका जाएगा। इन पार्किंग स्थलों के फुल होने पर छोटे वाहनों को राधाबिहारी इंटर कॉलेज, श्याम बिहार कॉलोनी और राधा कृष्ण कॉलोनी में रोका जाएगा। वीआइपी वाहनों की व्यवस्था सुदामा चौक पर तथा वीवीआइपी वाहन थाने के पास खड़े होंगे। वाहनों को रोकने के लिए मेला क्षेत्र में 26 बैरियर लगाए जा रहे हैं।

धर्मशालाएं व गेस्ट हाउस फुल

राधा जन्ममोत्सव में भाग लेने आ रहे श्रद्धालुओं ने छह माह पहले ही धर्मशालाएं व गेस्टहाउस बुक करा दिए थे। एक धर्मशाला संचालक ने बताया कि साल में दो बार बरसाना में में मेले का आयोजन होता है, इसलिए श्रद्धालु छह माह पहले ही एडवास बुकिंग करा देते हैं। मेले वाले दिन पाच हजार में भी कमरा नहीं मिलता।

टुकड़ियों में होगा मंदिर में प्रवेश

राधाष्टमी मेले में अव्यवस्था न हो, इसके लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। श्रद्धालुओं को टुकड़ियों में मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा। श्रद्धालुओं को रोकने के लिए पहला बैरियर सुदामा चौक, दूसरा दादी बाबा मंदिर के पास, तीसरा सिंहपौर और चौथा सफेद छतरी के पास लगेगा। मेले के दौरान मंदिर मार्ग को वनवे किया जाएगा, जिसमें परिक्रमा देने तथा दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को पीछे के मार्ग से बाहर निकालकर नई सीढि़यों से ऊतारा जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग लगाएगा कैंप

स्वास्थ्य विभाग राधाष्टमी मेला क्षेत्र में सात मेडिकल कैंप लगाएगा। डॉ. राजीव गुप्ता के मुताबिक प्रत्येक कैंप पर दो डॉक्टरों सहित आधा दर्जन स्टाफ तैनात रहेगा। इस बार मेला क्षेत्र में दस एंबुलेंस तैनात रहेंगी। पीडब्ल्यूडी क्षतिग्रस्त सड़कों को दुरुस्त करा रहा है। मेला क्षेत्र में इस बार कोई भंडारा नहीं लगेगा। सभी भंडारों को बरसाना देहात में लगाया जाएगा। ।

आज जन्मेंगी राधा की प्रधान सखी

बरसाना: राधा रानी की सबसे प्रिय सखी व अष्टसखियों में प्रधान सखी ललिता जी का जन्मोत्सव राधा रानी के जन्मोत्सव से दो दिन पहले भाद्रपक्ष की छठ के दिन रविवार को मनाया जाएगा। ऊंचागाव स्थित अकबर कालीन प्राचीन ललिता मंदिर में इस अवसर पर भव्य आयोजन होंगे।

ऊंचागाव स्थित ललिता अटा अटोर नामक पहाड़ी पर बने भव्य ललिता मंदिर में दोपहर 12 बजे ललिता जी के अभिषेक का कार्यक्रम शुरू होगा। मंदिर में ब्रजाचार्य पीठाधीश गोस्वामी दीपक राज भट्ट व ललिता पीठ के पीठाधीश कृष्णानंद शरण तैलंग द्वारा ललिता जी के श्रीविग्रह का अभिषेक वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दूध, दही, शहद, बूरा, घी आदि से पंचामृत बनाकर कराया जाएगा। इस अवसर पर गुर्जर समुदाय की महिलाओं द्वारा किया जाने वाला पारंपरिक नृत्य आकर्षण का केंद्र रहेगा।

ये कार्यक्रम होंगे

- 31 अगस्त को ऊंचागाव में राधारानी की प्रधान सखी ललिता जी का जन्मोत्सव।

- एक सितंबर को लाडली जी मंदिर में राधा जन्मोत्सव की धूम।

- दो सितंबर को लाडली जी मंदिर में सुबह राधारानी का जन्म व शाम को सफेद छतरी से वृषभान नंदनी के दर्शन।

- तीन सितंबर को मोरकुटी पर मयूर लीला व शाम को लाडली जी मंदिर में ढ़ाढ़ी-ढ़ाढि़न लीला।

- चार सितंबर को विलासगढ़ का रास।

- पांच सितंबर को साकरी खोर में चोटी बंधन लीला व शाम को गाजीपुर में नौकाविहार लीला।

- छह सितंबर को ऊंचागाव में ब्याहवाला व शाम को प्रियाकुंड पर नौकाविहार लीला।

- 7 सितंबर को साकरी खोर में मटकी फोड़ लीला व विशाल दंगल का आयोजन।

- 8 सितंबर को राजस्थान स्थित कदंबखंडी में चीरहरण लीला।

- 9 सितंबर को राधाबाग, मढ़ाई व करहला में महारास।

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