जनवरी में बारिश ने बनाया रिकार्ड

इस बार जनवरी में बारिश का खास रिकार्ड बना है। बीते दिनों जिले में खूब बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार मैनपुरी में 17 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। बीते साल इस माह बारिश के मामले में जिला सूखा रहा था। वैसे इससे पहले दो सालों में भी इसी माह खूब बारिश भी हुई। इस बार जिले में इससे ज्यादा बारिश हुई। यह बारिश खेती के लिए लाभकारी साबित हुई किसानों की गेहूं के लिए एक सिचाई भी इससे बच गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Jan 2022 04:19 AM (IST) Updated:Sat, 15 Jan 2022 04:19 AM (IST)
जनवरी में बारिश ने बनाया रिकार्ड
जनवरी में बारिश ने बनाया रिकार्ड

जासं, मैनपुरी : इस बार जनवरी में बारिश का खास रिकार्ड बना है। बीते दिनों जिले में खूब बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, मैनपुरी में 17 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। बीते साल इस माह बारिश के मामले में जिला सूखा रहा था। वैसे, इससे पहले दो सालों में भी इसी माह खूब बारिश भी हुई। इस बार जिले में इससे ज्यादा बारिश हुई। यह बारिश खेती के लिए लाभकारी साबित हुई, किसानों की गेहूं के लिए एक सिचाई भी इससे बच गई।

जलवायु या मौसम परिवर्तन का असर कहें, बीते साल जनवरी सूखी रही थी, जबकि इस बार दो दिन तक बारिश से यह महीना खूब नहा चुका है। बीते सप्ताह हुई बारिश का आंकड़ा 17.8 मिमी. दर्ज हुआ है। कृषि विज्ञान केंद्र की वेधशाला में बारिश का यह आंकड़ा दर्ज हुआ है। इस बारिश से भले ही नागरिकों को परेशानी हुई हो, लेकिन फसलों को फायदा भी मिला तो किसानों की काफी बचत हुई। बारिश की वजह से एक सिचाई के पैसे भी किसानों को बच गए।

एक दशक में छह साल सूखे

मौसम में आ रहे बदलाव को बारिश के आंकड़ों से देखा जा सकता है। इसमें कई उतार-चढ़ाव भी सामने आ रहे हैं। एक दशक के जनवरी माह के मौसम पर नजर डाली जाए, तो साल 2012 से 16 तक के दौरान इस माह एक बूंद भी बारिश की नहीं गिरी। साल 2017 में जरूर एक मिमी बारिश होने कृषि विभाग के रिकार्ड में दर्ज है। इसके बाद बारिश नहीं, जबकि 2019 में 21.30 और 2020 में 26.80 मिमी बारिश हुई थी।

खेती को मिला फायदा

जिला कृषि अधिकारी डा. सूर्यप्रताप सिंह के अनुसार, इस साल हुई बारिश से खेती को फायदा भी हुआ है। सरसों पर आ रहा कुछ फूल इससे गिरा है, जिससे कुछ असर हो सकता है। वैसे, गेहूं और अन्य फसलों की एक सिचाई काम इससे पूरा हुआ है।

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