डेढ़ माह बाद लौटे बाल रोग विशेषज्ञ, देखे मरीज
विशेषज्ञों की कमी से जूझते अस्पताल को फिलहाल थोड़ी राहत मिल गई है। लगभग डेढ़ महीने के लंबे अवकाश के बाद बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ ने दोबारा ओपीडी की कमान संभाल ली। दिनभर में 120 बच्चों का परीक्षण कर उन्हें उपचार दिया।
जासं, मैनपुरी: विशेषज्ञों की कमी से जूझते अस्पताल को फिलहाल थोड़ी राहत मिल गई है। लगभग डेढ़ महीने के लंबे अवकाश के बाद बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ ने दोबारा ओपीडी की कमान संभाल ली। दिनभर में 120 बच्चों का परीक्षण कर उन्हें उपचार दिया।
100 शैया अस्पताल में तैनात बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डा. डीके शाक्य को लंबे समय से जिला अस्पताल से संबद्ध किया गया है। वह लगातार अस्पताल में बैठकर मरीजों को उपचार देते आ रहे थे। लगभग डेढ़ महीने से वह पारिवारिक समस्या की वजह से लंबी छुट्टी पर चल रहे थे। बुखार और संक्रामक बीमारियों का प्रकोप बढ़ने के बाद जिला प्रशासन द्वारा उन्हें तत्काल लौटने के लिए कहा गया था। सोमवार को वह काम पर लौट आए। मरीजों की भीड़ उमड़ी। बुखार व अन्य बीमारियों से जूझ रहे बच्चों को उन्होंने जांच व परीक्षण कर उपचार दिया। दिन भर में ओपीडी में लगभग 120 बच्चों को परामर्श व उपचार दिया। उनका कहना है कि इस मौसम में सबसे ज्यादा बच्चे बीमारियों की चपेट में आते हैं। मच्छरों से बचाव के लिए बच्चों को हमेशा फुल आस्तीन वाले कपडे़ पहनाएं और मच्छरदारी का इस्तेमाल करें। बाहर की तली हुई चीजों और कटे हुए फलों के सेवन से परहेज करें। बाल रोग विशेषज्ञ के छुट्टी से वापस आने से मरीजों को राहत मिलेगी। मरीजों से भी अपील है कि वे सहयोग करें और बेवजह अस्पताल में भीड़ न बढ़ाएं। बच्चों को भी लाएं तो यहां-वहां की वस्तुओं को हाथ न लगाने दें। उनके हाथों को सैनिटाइज कराते रहें।
डा. अरविद कुमार गर्ग, सीएमएस
जिला अस्पताल।