नहीं लग सकी प्रतिबंधित जुगाड़ वाहन पर रोक

यातायात जागरूकता माह जिम्मेदारों ने आज तक नहीं की कार्रवाई हो चुके हैं हादसे

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Nov 2021 06:10 AM (IST) Updated:Mon, 15 Nov 2021 06:10 AM (IST)
नहीं लग सकी प्रतिबंधित जुगाड़ वाहन पर रोक
नहीं लग सकी प्रतिबंधित जुगाड़ वाहन पर रोक

केस एक : 21 मई 2018, कचहरी रोड पर सरिया लादकर जा रहे जुगाड़ से बाइक सवार मुहल्ला छपट्टी निवासी दीपक शर्मा टकराकर घायल हो गए थे। लोगों ने उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया था।

केस दो : 25 जनवरी 2018 को लोहे के एंगल लादकर जा रहे जुगाड़ वाहन में पीछे से मारुति वैन घुस गई थी। लोहे के एंगल ने कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। गनीमत थी कि उसमें सवार लोगों को चोट नहीं आई थी।

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: आए दिन जुगाड़ वाहनों की वजह से ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। सुप्रीम कोर्ट ने जुगाड़ वाहनों पर पूरी तरह से पाबंदी लगाकर इनके संचालन पर रोक लगा दी है, लेकिन जिले में ये खूब चल रही है। बाइक और स्कूटरों के इंजन को जोड़कर लोहे के एंगल से जुगाड़ वाहन तैयार कराए जा रहे हैं। अकेले शहर में ही ऐसी लगभग एक सैकड़ा जुगाड़ वाहन दौड़ रहे हैं। इनमें से किसी का भी परिवहन विभाग के पास कोई रिकार्ड नहीं है। खास बात यह है कि अवैध होने के बावजूद इनके खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं कराई गई है।

पूरी तरह से अवैध हैं जुगाड़ वाहन

जुगाड़ वाहनों का कोई रजिस्ट्रेशन ही नहीं है। विभाग रिकार्ड न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेता है। स्कूटर, राजदूत, बुलेट या फिर दूसरी गाड़ियों के इंजनों को लगाकर गाड़ियां तैयार की जाती हैं। इंजन लगा होने के बावजूद इनमें न तो नंबर होता है और न ही इंडिकेटर और बैक लाइट। हादसे होने पर विभाग के पास इन वाहनों से संबंधित कोई डाटा उपलब्ध नहीं होता। बैकलाइट न होने की वजह से पीछे से आने वाले वाहन चालकों को जुगाड़ में लदी लोहे की सरिया और गाटर आदि नजर ही नहीं आते।

सभी जुगाड़ वाहन चालकों को चेतावनी दी जाती है कि वे इनके संचालन को बंद कर दें। यदि सड़क पर संचालन पकड़ा जाता है और नियमों का उल्लंघन मिलता है तो यातायात अधिनियम के तहत कार्रवाई कराई जाएगी। अमर बहादुर, सीओ सिटी।

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