अधिकारियों की नींद टूटी, गांव में की जांच

किशनी में प्रसूता की गरीबी से मौत के बाद प्रशासन की नींद खुल गई है। रविवार को एसडीएम ने गांव जाकर मामले की जानकारी ली। वहीं चिकित्सकों की टीम ने नवजात बालिका के स्वास्थ्य की जांच की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 10:41 PM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 10:41 PM (IST)
अधिकारियों की नींद टूटी, गांव में की जांच
अधिकारियों की नींद टूटी, गांव में की जांच

मैनपुरी, किशनी : प्रसूता की गरीबी से मौत के बाद प्रशासन की नींद खुल गई। रविवार को एसडीएम ने गांव जाकर मामले की जानकारी ली। उन्होंने जल्द ही पीड़ित परिवार को आवास उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। वहीं चिकित्सकों की टीम ने नवजात बालिका के स्वास्थ्य की भी जांच की।

थाना किशनी के गांव जगतपुर निवासी राजेश जोशी की पत्नी प्रियंका ने गुरुवार को एक बेटी को जन्म दिया था। मकान न होने के कारण प्रसूता को खुले आसमान के नीचे सोना पड़ा था, जिससे हालत बिगड़ गई। शुक्रवार रात को सैफई ले जाते समय प्रसूता की मौत हो गई। रविवार के अंक में 'दैनिक जागरण' ने उक्त समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिसका असर हुआ। एसडीएम किशनी अशोक प्रताप ¨सह, राजस्व टीम व चिकित्सकों की टीम के साथ रविवार को गांव पहुंचे। उन्होंने घटना को लेकर जांच की तो पता चला कि राजेश के पिता ने आवास के लिए आवेदन किया था। लेकिन उन्हें अब तक आवास के लिए आर्थिक सहायता प्रदान नहीं की। एसडीएम ने उन्हें जल्द ही आवास उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। वहीं चिकित्सकों ने नवजात बालिका के स्वास्थ्य की जांच की। वहीं लखनऊ की स्वयंसेवी संस्था सोच फाउंडेशन के संस्थापक शिवम श्रीवास्तव ने रविवार को राजेश जोशी से संपर्क किया है। उन्होंने नवजात बालिका के पालन पोषण की इच्छा जताते हुए बालिका को संस्था के सुपुर्द करने का प्रस्ताव रखा है। साथ ही अन्य बच्चों की पढ़ाई लिखाई का खर्चा उठाने का आश्वासन दिया है। राजेश जोशी ने अब तक संस्था कोई जवाब नहीं दिया है।

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