रमजान शुरू होने को, बस्तियों में पेयजल संकट

मैनपुरी : दो दिन बाद रमजान का पवित्र महीना शुरू होने को है। शहर में पीने के पानी की समस्या अभी बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 May 2018 10:45 PM (IST) Updated:Wed, 16 May 2018 10:45 PM (IST)
रमजान शुरू होने को, बस्तियों में पेयजल संकट
रमजान शुरू होने को, बस्तियों में पेयजल संकट

जागरण संवाददाता, मैनपुरी : दो दिन बाद रमजान का पवित्र महीना शुरू होने को है। शहर में रोजेदारों की सुविधाओं की किसी को कोई चिंता नहीं है। जिम्मेदारों को कोई इत्तेफाक नहीं। हाल देखिए, वार्ड नंबर नौ में नगर पालिका की जलापूर्ति ठप है। कहने को तो पाइप लाइन से आपूर्ति कराई जा रही है लेकिन पानी का प्रेशर इतना कम है कि लोगों को एक बाल्टी पानी के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ता है। सुबह से लेकर शाम तक पीने का पानी जुटाने के लिए यहां लोगों को लंबी लाइनें लगानी पड़ती हैं। नगर पालिका के वार्ड नंबर नौ बागवान की आबादी लगभग ढाई हजार है। पालिका वार्ड में बेहतर सुविधाओं का दावा करती है लेकिन हालात बदतर हैं। देवी रोड से सटकर बसी एक पूरा मुहल्ला पीने के पानी के लिए मोहताज है। मुहल्ले में लगभग पांच सैकड़ा लोग रहते हैं। ज्यादातर परिवार मुस्लिम समुदाय से हैं। यहां नगर पालिका ने पानी की पाइप लाइन बिछवा रखी है। लेकिन, प्रेशर इतना कम है कि पाइप लाइन में पानी पहुंचता ही नहीं है।

ऊंचाई पर बसा होने के कारण मुहल्ले में सुबह होते ही महिलाएं और बच्चे हाथों में खाली बाल्टियां लेकर नल के पास बैठ जाते हैं। प्रेशर कम होने की वजह से कटोरे की मदद से बाल्टियों में पानी भरते हैं। ऐसा कई महीनों से चल रहा है, ल किन गर्मी का मौसम आते ही समस्या बढ़ने लगी हैं। कई बार बिजली गुल हो जाने के बाद लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ता है। ऐसे में दूर लगे हैंडपंपों से पानी भरकर लाना पड़ता है।

बोले लोग

शुक्रवार से रमजान का पवित्र महीना शुरू हो रहा है। पानी की तो सबसे ज्यादा जरूरत होती है, लेकिन पालिका प्रशासन द्वारा हम लोगों की समस्याओं के निस्तारण के प्रयास ही नहीं किए जाते हैं।

-राजू।

सुबह से ही दो बाल्टी पानी के लिए लाइन लगानी पड़ती है। प्रेशर कम होने के कारण बहुत कम पानी मिल पाता है। बहुत से मकान बने हैं, सभी को पानी लेने के लिए अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।

कुसमान बेगम।

समस्या बड़ी है। ऐसा नहीं है कि स्थानीय सभासद इससे अनजान हैं। उन्हें कई बार बताया भी गया है। लेकिन, आज तक स्थायी निराकरण के प्रयास न हुए। गर्मियों में तो लोगों को परेशानियों से जूझना पड़ता है।

आजम खान।

रमजान का महीना आ गया है। प्रशासन बेहतर इंतजामों की बात करता है लेकिन यहां तो पीने को पानी भी मयस्सर होना दूभर हो रहा है। पालिका प्रशासन को इस समस्या पर संज्ञान लेना चाहिए।

शमीम।

बोले जिम्मेदार

हमें तो इस बात की जानकारी ही नहीं दी गई है। प्रेशर कम होने के कारण ऊंचाई पर बसे मुहल्लों में थोड़ी परेशानी होती है। रमजान से पहले ही मुहल्ले की जल समस्या का निस्तारण कराने के प्रयास किए जाएंगे।

कल्पना यादव, सभासद।

स्थानीय सभासद की जिम्मेदारी है कि वह वार्ड की समस्याओं से बोर्ड को अवगत कराते रहें। यह सच है कि गर्मियों में पानी की किल्लत बढ़ जाती है। प्रेशर बढ़ाने के लिए बड़ी और ज्यादा क्षमता वाली पंपों के बारे में विचार किया जा रहा है। जल्द ही इस संकट से भी निजात दिला दी जाएगी।

धर्मराज ¨सह, अधिशासी अधिकारीनगर पालिका परिषद, मैनपुरी। नहीं दिखा चांद, आज से रोजे नहीं: शहर के खानकाह रशीदिया के सज्जादानशीं बबलू मियां ने बुधवार शाम को बताया कि मैनपुरी में चांद नहीं दिखा। इसलिए गुरुवार से रोजे नहीं हैं।

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