अरे, यहां तो पालिका नालियों में पाल रही डेंगू का लार्वा

मैनपुरी जासं। नगर पालिका का वार्ड नंबर 06 शीतलाधाम में इन दिनों संक्रामक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। सबसे ज्यादा बदतर हालात रमईहार के हैं। यहां तो खुद पालिका प्रशासन नालियों में डेंगू का लार्वा पाल रहा है। जल निकासी के इंतजाम न होने की वजह से मच्छरों का जबरदस्त आतंक है। दर्जनों घरों में बुखार के मरीज लेटे हैं। कई बार शिकायतों के बावजूद न तो पालिका प्रशासन ने सुध ली और न ही स्वास्थ्य विभाग ने। सभासद तो गंदगी से पूरी तरह अनजान बने हुए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 11:38 PM (IST) Updated:Mon, 21 Oct 2019 06:10 AM (IST)
अरे, यहां तो पालिका नालियों में पाल रही डेंगू का लार्वा
अरे, यहां तो पालिका नालियों में पाल रही डेंगू का लार्वा

जासं, मैनपुरी: नगर पालिका के वार्ड नंबर छह शीतलाधाम में इन दिनों संक्रामक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। सबसे ज्यादा बदतर हालात रमईहार के हैं। यहां तो खुद पालिका प्रशासन नालियों में डेंगू का लार्वा पाल रहा है। जल निकासी के इंतजाम न होने से मच्छरों का आतंक है। दर्जनों घरों में बुखार के मरीज लेटे हैं। कई बार शिकायतों के बावजूद न तो पालिका प्रशासन ने सुध ली और न ही स्वास्थ्य विभाग ने। सभासद तो गंदगी से पूरी तरह अनजान बने हुए हैं।

रमईहार में भाजपा के सभासद विशंभर सिंह हैं। बावजूद, इसके स्वच्छता अभियान दम तोड़ रहा है। मुख्य सड़कें जलभराव और कीचड़ से पटी पड़ी हैं। वर्षों से ये हालात बने हुए हैं। जल निकासी के इंतजाम न होने के कारण नालियों में गंदा पानी भरा हुआ है। इस गंदे पानी में मच्छरों के लाखों लार्वा पल रहे हैं। लोगों का कहना है कि दिन ढलते ही मच्छरों का आतंक शुरू हो जाता है। यहां आज तक न तो सफाई कराई गई और न ही पानी निकलवाया गया है। बुखार के कारण कई घरों में चारपाई बिछी है। नहीं हुआ टेमीफोस का छिड़काव, न हुई फॉगिग

लोगों का कहना है कि इस सीजन में अभी तक न तो फॉगिग कराई गई है और न ही मच्छरों के नाश के लिए नालियों में टेमीफोस का छिड़काव कराया गया है। इंतजामों के अभाव में यहां संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। बोले लोग

कई बार कहा गया लेकिन मुख्य सड़क का जलभराव दूर न हुआ। इसी गंदे पानी से होकर जाना पड़ता है। कीचड़ सड़ रहा है। पैरों में इंफेक्शन फैलने लगा है।

दीपेंद्र। 'नालियों में मच्छरों के लार्वा पल रहे हैं। दिन ढलते ही इनका हमला शुरू हो जाता है। पूरे क्षेत्र में मच्छरों का आतंक है। नालियों में पानी का बहाव नहीं होने से यह समस्या है।'

राकेश। 'फॉगिग और दवा का छिड़काव होना चाहिए लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है। आज तक पालिका प्रशासन की टीम तो यहां आई ही नहीं। हम तो वर्षों से ऐसे ही रह रहे हैं।'

अभिलाख। 'बुखार के मरीज तो बढ़ रहे हैं। खासकर उन स्थानों पर जहां जलभराव के हालात हैं। अगर पानी निकासी की व्यवस्था हो जाए तो लोगों को बड़ी राहत मिले।'

विवेक। 'हमारे वार्ड का दायरा बहुत बड़ा है। कुल नौ गांव इसमें आते हैं। फॉगिग तो कराई गई है लेकिन रमईहार में हुई है या नहीं, इसकी जानकारी कराई जाएगी। अब हर घर में मरीजों की पड़ताल तो नहीं करा सकते। कौन-कौन बीमार हैं, मुझे इसकी जानकारी नहीं है।'

विशंभर सिंह, सभासद।

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