क्लास में नुकीली चीज घुसने से मासूम की मौत

बेवर में विद्यालय में पढऩे गए चार साल के मासूम की पेट में नुकीली चीज घुस जाने से मौत हो गई। दिन भर पंचायत चलती रही। बात न बनने पर परिजन देर शाम पुलिस थाने पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Apr 2018 11:27 PM (IST) Updated:Tue, 24 Apr 2018 11:27 PM (IST)
क्लास में नुकीली चीज घुसने से मासूम की मौत
क्लास में नुकीली चीज घुसने से मासूम की मौत

मैनपुरी, बेवर : विद्यालय में पढऩे गए चार साल के मासूम की पेट में नुकीली चीज घुस जाने से मौत हो गई। घटना से गांव में सनसनी फैल गई। दिन में परिजनों ने कोई कार्रवाई नहीं की। देर रात रिपोर्ट लिखाने के लिए थाने पहुंचे। पुलिस घटना को हादसा बता रही है।

थाना बेवर क्षेत्र के गांव चीलगढ़ी में शिवा इंटर कॉलेज संचालित है। विद्यालय में नर्सरी से लेकर इंटर तक के छात्र अध्ययन करते हैं। निकट ही स्थित गांव बरा निवासी संतोष राठौर के दो पुत्र सनी (4) व ऋषि (5) इसी विद्यालय में केजी के छात्र हैं। मंगलवार सुबह दोनों विद्यालय पढऩे गए थे। ऋषि ने कक्षा में शौच कर दी। प्रबंधक ने विद्यालय के सफाई कर्मचारी के बजाए 10वीं में पढ़ रहे ऋषि के चचेरे भाई अरुण को शौच की सफाई करने के लिए बुलाया। अरुण, ऋषि को लेकर कक्षा से बाहर चला गया। इसी बीच सनी पेट में नुकीली चीज घुसने गंभीर रूप से घायल हो गया। विद्यालय प्रबंधक राकेश कुमार ने घटना की सूचना परिजनों को दी। परिजन जब तक मौके पर पहुंचे, तब तक बालक की मौत हो चुकी थी।

सनी के परिजनों को घटना को लेकर कोई जानकारी नहीं है। वे बालक की मौत का जिम्मेदार विद्यालय प्रशासन को बता रहे हैं। उन्होंने प्रबंधक के विरुद्ध रिपोर्ट की मांग की है। वहीं विद्यालय प्रबंधक राकेश कुमार का कहना है कि घटना हादसा है। बालक सनी कांच की बोतल लेकर कक्षा से बाहर निकल रहा था। तभी गिर गया। कांच टूटकर बालक के पेट में घुस गया, जिससे वह घायल हुआ है।

घटना को लेकर दिनभर दोनों पक्षों में पंचायत चलती रही। शाम तक मामला नहीं निपटा तो करीब सात बजे बालक के परिजन रिपोर्ट लिखाने के लिए थाना बेवर पहुंचे। पुलिस भी घटना को हादसा बता रही है। इंस्पेक्टर बेवर श्याम ¨सह पीलवान ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच की जाएगी। साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई होगी। - चार दिन पहले हुआ था विद्यालय में प्रवेश

सनी की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों के अनुसार सनी की मां इस वर्ष सनी का प्रवेश विद्यालय में कराना नहीं चाहती थी। वह अपने बेटे को छोटा होने की बात कहती थी। लेकिन सनी के पिता ने पढ़ाई का सही समय आ जाने की बात कहते हुए सनी का स्कूल में दाखिला करा दिया। मां का कहना था कि इससे तो अच्छा उसका बेटा बिना पढ़ा लिखा ही रह जाता। मां के आंसू थम नहीं रहे थे। - कक्षा में कहां से आई कांच की बोतल

सनी के परिजन विद्यालय प्रबंधक की बात मानने के लिए तैयार नहीं है। परिजनों का कहना है कि सनी की कक्षा में कांच की बोतल कहां से पहुंची। आखिर सनी बोतल लेकर क्यों जा रहा था? घटना के समय कक्षा में कोई शिक्षक क्यों नहीं था। परिजन घटना के पीछे किसी षड्यंत्र के होने का भी आरोप लगा रहे हैं। - साथी छात्र नहीं दे पाए जानकारी

सनी की कक्षा में पढऩे वाले सभी छात्र उसी की उम्र के हैं। सनी की मौत के बाद वे बुरी तरह घबरा गए। परिजन व विद्यालय प्रबंधक ने छात्रों से घटना को लेकर काफी जानकारी ली, लेकिन मासूम बच्चे कोई जानकारी नहीं दे पाएं।

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