संसाधन मिले, मगर विशेषज्ञ की दरकार
कोरोना को हराने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार पीआइसीयू में किए सभी आवश्यक प्रबंध
जासं, मैनपुरी: डब्ल्यूएचओ से लेकर आइसीएमआर तक सभी कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जता चुके हैं। शासन ने भी अलर्ट रहने को कहा है। ऐसे में स्वास्थ्य महकमा अपनी तैयारियां बेहतर होने का दावा कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो बिस्तरों से लेकर उपकरणों तक सभी इंतजाम दुरुस्त कराए गए हैं। दोबारा से सुविधाओं की पड़ताल कराई जा रही है।
दूसरी लहर में कोरोना ने जमकर कहर बरपाया था। अब तीसरी लहर में हालात बदतर न हों, इसके प्रबंध कराए जा रहे हैं। सीएमओ डा. पीपी सिंह का कहना है कि जिले में चार सीएचसी को पीआइसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) में तब्दील किया गया है। भोगांव में 50 बेड बच्चों के लिए सुरक्षित कराए गए हैं, जबकि किशनी, कुरावली और घिरोर में भी 30-30 बेड को सुरक्षित कराया गया है। जिन सीएचसी और पीएचसी में चिकित्सकों की कमी थी, वहां आयुष चिकित्सकों को अतिरिक्त जिम्मेदारी देकर उनकी मदद ली जाएगी। प्राथमिक स्तर पर हमारे पास पर्याप्त सुविधाएं हैं। पैरामेडिकल स्टाफ भी पर्याप्त है। प्रशिक्षित फार्मासिस्ट भी तैनात हैं। कुछ विशेषज्ञों की कमी है, जिनके लिए शासन से भी पत्राचार हो रहा है।
आठ वेंटीलेटर कराए जाएंगे उपलब्ध: चारों सीएचसी पर वेंटीलेटरों की सबसे ज्यादा जरूरत होगी। इसके लिए आठ वेंटीलेटर फार ह्यूमिडीफायर मांगे गए थे। ज्यादातर उपलब्ध हुए हैं। इन्हें उपलब्धता के अनुसार दो-दो की संख्या में चारों सीएचसी पर रखवाया जाएगा। इनके संचालन के लिए 11 ओटी तकनीशियन की मांग की गई है।
डा. संदीप ले चुके प्रशिक्षण
बच्चों को बेहतर उपचार दिया जा सके, इसके लिए शासन स्तर से 100 शैय्या अस्पताल में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डा. संदीप को प्रशिक्षण दिया गया है। इनके अलावा विशेषज्ञ डा. डीके शाक्य भी बाल रोग विशेषज्ञ के तौर पर हैं। इन दोनों के द्वारा अन्य चिकित्सकों, एएनएम, स्टाफ नर्स को तीन दिनी प्रशिक्षण के माध्यम से बच्चों के उपचार से संबंधित बारीकियां समझाई गई हैं।
एल-2 आइसोलेशन अस्पताल में मंगवाई पोर्टेबल एक्स-रे मशीन
एल-2 आइसोलेशन अस्पताल परिसर में ही पीआइसीयू तैयार किया गया है। यहां भर्ती होने वाले मरीजों को बिस्तर पर ही एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिल सके, इसके लिए दोनों पोर्टेबल मशीनों को मंगाकर यहां सुविधा कराई गई है। अगर मरीज भर्ती होते हैं तो उन्हें राहत दिलाई जाएगी।
स्वास्थ्य केंद्र
जिले में कुल सीएचसी: 10
ब्लाक पीएचसी- चार
अन्य पीएचसी- 48
एल-2 में बिस्तरों की संख्या - 98
बडे़ आक्सीजन सिलेंडर - 30
छोटे आक्सीजन सिलेंडर - 40
वेंटीलेटरों के साथ एक्टिव बेड - छह
आइसीयू में वेंटीलेटरों के साथ बेड - आठ
रिजर्व एंबुलेंस - दो