धर्मांतरण करने वाले ईसाई क्रिसमस पर घर वापसी कर फिर बने हिंदू

क्रिसमस पर बजरंग दल के पदाधिकारियों ने विकास खंड के गांव रूपपुर में दो दर्जन परिवारों को हिंदू धर्म में घर वापसी कराई। तीन साल पहले इन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया था।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Tue, 25 Dec 2018 05:21 PM (IST) Updated:Tue, 25 Dec 2018 10:32 PM (IST)
धर्मांतरण करने वाले ईसाई क्रिसमस पर घर वापसी कर फिर बने हिंदू
धर्मांतरण करने वाले ईसाई क्रिसमस पर घर वापसी कर फिर बने हिंदू

मैनपुरी, जेएनएन। क्रिसमस के त्योहार पर जहां ईसाई समाज के लोग उत्सव के उल्लास में डूबे थे, वहीं तीन परिवारों ने ईसाई धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म से नाता जोड़ लिया। इन परिवारों ने तीन साल पहले ईसाई धर्म को स्वीकारा था और इनके 11 सदस्य तब से उसी पूजा पद्धति से जीवन व्यतीत कर रहे थे। मंगलवार को बजरंग दल के पदाधिकारियों ने इनकी धर्म में वापसी कराई। हवन-पूजन और मंत्रोच्चार के साथ सभी का शुद्धिकरण करा सभी को जनेऊ धारण कराया गया।

भटके परिवारों की घर वापसी

विकास खंड मैनपुरी के गांव नगला राम सिंह में रह रहे तीन परिवारों के दर्जन भर सदस्यों ने तीन वर्ष पहले मिशनरीज के संपर्क में आकर ईसाई धर्म अपना लिया था। लंबे समय से मसीह समाज के तौर- तरीकों के मुताबिक जीवन जी रहे परिवारों ने गांव के कुछ लोगों से संपर्क साध घर वापसी की इच्छा जताई थी। तब से हिंदू संगठन के लोग भी उनसे लगातार संपर्क कर भटके हुए परिवारों को वापस लाने की तैयारी कर रहे थे। मंगलवार को क्रिसमस पर बजरंग दल जिला संयोजक सुशील यादव की अगुवाई में पदाधिकारियों ने गांव में पहुंचकर सामूहिक तौर पर धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन कराया।

तीन परिवारों ने हवन में दीं आहुतियां

आचार्य अतुल द्वारा मंत्रोच्चार के बाद तीनों परिवारों के सभी सदस्यों ने हवन में आहुतियां दीं। बाद में अनुष्ठान के साथ शुद्धिकरण करा सभी को जनेऊ धारण करा दोबारा हिंदू धर्म में वापसी कराई। नगला राम सिंह निवासी संजय कुमार, उमावीर, कृपाशंकर, सौरभ, अंकित, अशोक कुमार, पूजा, अनामिका, रोहिणी, सरोजिनी देवी और मनोज कुमारी ने ईसाई धर्म छोड़कर मंगलवार को हिंदू धर्म अपना लिया। धार्मिक अनुष्ठान करा ईसाइयों की घर वापसी कराने में सुशील यादव, राहुल चंदेल, आचार्य अतुल और संतोष वर्मा शामिल थे।

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