बौद्ध भिक्षु को संघदान करने से उपासक को मिलती उन्नति

वाईबीएस सेंटर पर संघदान कार्यक्रम में भिक्षुओं को उपासकों ने दिया दान

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 May 2022 06:58 AM (IST) Updated:Mon, 16 May 2022 06:58 AM (IST)
बौद्ध भिक्षु को संघदान करने से उपासक को मिलती उन्नति
बौद्ध भिक्षु को संघदान करने से उपासक को मिलती उन्नति

संसू, भोगांव: बौद्ध भिक्षु को संघदान करने से उपासक को उन्नति मिलती है। भिक्षुओं को अपने दायित्व का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करना चाहिए। बौद्ध धर्म के पुराने वैभव को वापस लाने के लिए लोगों को इस धर्म के प्रति जागरूक करना होगा। बौद्ध दर्शन से निर्वाण का रास्ता खुलता है।

ये बात यूथ बुद्धिस्ट सोसायटी आफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश बौद्ध व राष्ट्रीय महासचिव भित डा. उपनंद थैरो ने गांव जसराजपुर स्थित वाईबीएस सेंटर पर बुद्ध पूर्णिमा के उपलक्ष्य में आयोजित भिक्षुओं के संघदान कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म का इतिहास गौरवशाली रहा है। इस धर्म की शिक्षाएं अनमोल और अतुलनीय हैं। धर्म की व्यवस्थाओं को आम लोगों तक पहुंचाने का जिम्मा संभालने वाले भिक्षुओं को समाज में अलग पहचान मिलती है। अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए भिक्षुओं को लगन के साथ काम करना होगा। कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से आए उपासकों ने भिक्षुओं को संघदान में चीवर, दैनिक उपयोग की वस्तुओं का दान किया। बाद में भोजन दान का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। वाईबीएस सेंटर पर सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष कार्यक्रम होंगे। इस दौरान भंते मित्ताबोधि, प्रबल प्रताप सिंह, रामप्रसाद सिंह, अजय प्रताप सिंह, विनोद कुमार, जयनारायण, आलोक कुमार सिंह, रामप्रकाश मौर्य, एसपी सिंह शाक्य, अजय मौर्य, श्यामबाबू गुप्ता, अवधेश शाक्य, संजय गुप्ता, अशोक शाक्य, आलोक राजपूत, दीपक राजपूत, चरन सिंह यादव, मनोज राजपूत मौजूद रहे। पांच लेखपालों की संपत्ति जब्त करेगी पुलिस

संसू, भोगांव : अहिरवा में सरकारी जमीन घोटाले के आरोपित राजस्व कर्मियों की मुश्किलें और बढ़ेंगी। गैंगस्टर में निरुद्ध हो चुके पांच लेखपालों की संपत्ति कुर्क करने के लिए पुलिस कार्रवाई शुरू करेगी। आरोपित लेखपालों की संपत्ति का पता लगाने का प्रयास शुरू कर दिया गया है।

तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत अहिरवा में सरकारी जमीन को अपने रिश्तेदारों के नाम दर्ज कराने और अवैध रूप से ग्रामीणों के नाम खातों में दर्ज करने के आरोप में आधा दर्जन राजस्वकर्मियों सहित 51 लोगों पर 2018 में तत्कालीन तहसीलदार अनिल कुमार कटियार ने एफआइआर दर्ज कराई थी। इस भूमि घोटाले लेखपाल प्रदीपेंद्र सिंह राठौर पर पहले ही संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई हो चुकी है। प्रदीपेंद्र के अन्य साथी लेखपाल विवेक दुबे, सतेंद्र शाक्य, जयदीप कश्यप, सुरेंद्र शाक्य, संजीव कुमार पर पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। पांच अन्य राजस्वकर्मियों को भी जेल जाना पड़ा था। मास्टर माइंड लेखपाल की संपत्ति कुर्क करने के बाद अब अन्य लोगों की भी मुश्किलें बढ़ेंगी। इस मामले में नामित पांच अन्य राजस्व कर्मियों की संपत्ति कुर्क करने के लिए शासन स्तर से निर्देशित किया गया है। आने वाले दिनों में इन राजस्व कर्मियों की संपत्ति जब्त करने के लिए कार्रवाई शुरू हो सकती है। पुलिस ने गैंगस्टर के आरोपित पांच लेखपालों की संपत्ति और उनके स्त्रोत जुटाने के लिए होमवर्क शुरू कर दिया है। इंस्पेक्टर रवींद्र बहादुर सिंह ने बताया कि शासन के आदेश पर कार्रवाई को जल्द पूरा कर लिया जाएगा।

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