अब हाइटेक होने लगा बाजार
मैनपुरी : 500 और एक हजार रुपये पर पाबंदी के बाद अब बाजार में कैशलेस लेनदेन की ओर लोगों का रुझान ब
मैनपुरी : 500 और एक हजार रुपये पर पाबंदी के बाद अब बाजार में कैशलेस लेनदेन की ओर लोगों का रुझान बढ़ने लगा है। लेनदेन के लिए दुकानदार भी नेटबैं¨कग से लेकर पेटीएम और स्वाइप मशीनों का प्रयोग कर रहे हैं। नोटबंदी ने बाजार की हालत भी खराब कर दी है। रुपयों की किल्लत ने ग्राहकों को खरीदारी से दूर कर दिया है। स्थिति यह है कि अब तक जहां रोजाना हजारों रुपये की आमदनी हो जाती थी, वहीं अब अधिकांश दुकानदार दिनभर ग्राहकों का इंतजार करते हुए ही अपना पूरा दिन गुजार रहे हैं। नकद भुगतान की समस्या से निपटने के लिए शहर के कई दुकानदारों ने अब कैशलेस मनी ट्रांसफर तकनीक को अपनाया है।
शहर के तांगा स्टैंड के पास दवा कारोबारी सचिन गुप्ता का कहना है कि लोगों की समस्या को देखते हुए उन्होंने स्वाइप मशीन की सेवा शुरू कर दी है। दवा खरीदने वालों से उनके एटीएम कार्ड को लेकर उसे स्वाइप करके भुगतान प्राप्त कर रहे हैं। इससे लोगों को भी सुविधा हो रही है।
उन्होंने अपनी दुकान पर पेटीएम के जरिए भुगतान करने के लिए भी व्यवस्था की है। पेटीएम एकाउंट का सीक्रेट नंबर दुकान पर चस्पा कराया है। ग्राहक अपने मोबाइल के पेटीएम एप्लीकेशन से इस कोड को एक्सेस करके आसानी से उनके पेटीएम खाते में दवा और उपचार का भुगतान कर सकते हैं।
जूता कारोबारी राहुल यादव का कहना है कि स्वाइप मशीन से रुपयों का लेनदेन न सिर्फ आसान है बल्कि बेहद सुविधा जनक भी है। इस प्रकार से ली गई धनराशि से दुकानदार कर की चोरी भी नहीं कर सकते हैं। वहीं तांगा स्टैंड पर डेलीनीड्स की दुकान का संचालन कर रहे विवेक जैन का का कहना है कि स्वाइप मशीन से संबंधित व्यवस्था बैंक के माध्यम से ही होनी है। फॉर्म भरकर जमा कराया गया है लेकिन अभी तक बैंक द्वारा कोई कार्रवाई नहीं कराई गई है। दुकानदार को अपना करेंट एकाउंट खुलवाना होगा, उसी एकाउंट के आधार पर स्वाइप मशीन जारी की जाएगी। लेकिन, बैंकों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है।