उप्र आबकारी अधिनियम संशोधन को लिया जाए वापस

उप्र आबकारी अधिनियम संशोधन को लिया जाए वापस

By JagranEdited By: Publish:Sat, 21 May 2022 08:09 PM (IST) Updated:Sat, 21 May 2022 08:09 PM (IST)
उप्र आबकारी अधिनियम संशोधन को लिया जाए वापस
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उप्र आबकारी अधिनियम संशोधन को लिया जाए वापस

- मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा

जागरण संवाददाता, महोबा : शनिवार को भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के जिलाध्यक्ष मुन्नालाल धुरिया के नेतृत्व में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। जिसमें कहा गया कि उप्र सरकार की ओर से आबकारी संशोधन योजना का जो निर्णय लिया गया है वह आम समाज के लिए घातक है। उसे वापस लिया जाए।

एक तरफ सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए नई योजनाएं बना रही है। मां बहनों की सुरक्षा की चिंता कर रही है वहीं दूसरी तरफ आम समाज में नशा रूपी जहर का व्यवसाय कराकर उनकी सुरक्षा को बर्बादी का ठेका दे रही है।

अभी तक जो सरकारी ठेकों एवं नाजायज ढंग से बिक रहे जहर से मां बहनों का उत्पीड़न हो रहा था वह कम था, जो अब घर-घर में नशा रूपी जहर बिकवाने के लिए सोचना पड़ा। सरकार के दोहरे चरित्र का भगवती मानव कल्याण संगठन एवं भारती शक्तिचेतना पार्टी पुरजोर विरोध करती है। जिलाध्यक्ष मुन्नालाल धुरिया के साथ ही रामबाबू श्रीवास, अखिलेश शिवहरे, लखनलाल कुशवाहा, रामबाबू कुशवाहा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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