कवियों ने अटल बिहारी वाजपेयी को दी काव्यांजली

जागरण संवाददाता महोबा: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के निधन के ठीक एक माह बाद उस

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Sep 2018 11:39 PM (IST) Updated:Mon, 17 Sep 2018 11:39 PM (IST)
कवियों ने अटल बिहारी वाजपेयी को दी काव्यांजली
कवियों ने अटल बिहारी वाजपेयी को दी काव्यांजली

जागरण संवाददाता महोबा: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के निधन के ठीक एक माह बाद उसी तारीख को जनपद के कवियों ने अपनी कविताओं से उन्हें काव्यांजली सौंप कर याद किया। कार्यक्रम का आयोजन विधायक राकेश गोस्वामी ने किया।

शहर के एक गेस्ट हाउस में हुए कार्यक्रम का संयोजन पियूष नगाइच ने किया। काव्यांजलि की शुरूआत राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त मालती विश्वकर्मा की वाणी वंदना से हुई। कानपुर देहात पुखरायां के संजीव कुलश्रेष्ठ ने बीते लम्हे याद तुम्हारी जब जब लाएंगे, तुम्हें हम भूल न पाएंगे सुनाया। कुलपहाड़ के रफीक नींर ने माटी बुंदेली चंदन है, शत शत अभिनंद है प्रस्तुत किया। शिव कुमार गोस्वामी ने भ्रष्ट आचरण शिष्ट बन गया, भौतिकता से मोह मिटाना है पढ़ा। संयोजक पियूष नगाइच ने तुमने विश्वासों में विष घोला है, अब्दुल हमीद से नाता है, हम भीख भरी रोटी से पेट नहीं भरते हमको अपना अधिकार छीनना आता है सुनाया। इसके अलावा श्याम बिहारी निगम, डा. एलसी अनुरागी, पं. जगप्रसाद तिवारी, राम स्वरूप बाजपेयी, संतोष पटैरिया, सुरेंद्र सुमन छतरपुर, शिव गुरुदेव, प्रमोद सक्सेना ने भी काव्य पाठ से समां बांधा।

चरखारी सहयोगी के अनुसार काव्यांजली का शुभारंभ संयोजक क्षेत्रीय विधायक बृजभूषण राजपूत, सह संयोजक डा मंगल महान, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डा. दिग्विजय दुबे ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर एवं स्व अटल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पण कर किया। महोबा से आये कवि ओमप्रकाश तिवारी ने सरस्वती वन्दना पढ़ा। बनारस से आये सूर्यनारायण पाण्डेय ने Þ अटल विहारी तेरी हर बात निराली थी, तेरे सामने तो आये सारी दुनिया हारी थीÞ सुनाया। सन्तोष द्विवेदी ने Þसुबह सूनी शाम भी सूनी लगती है सावन की हर बूंद भी सूनी लगती है, जान नही हो ताली मह़िफल सच मानो वो मह़िफल सूनी लगती है सुनाया। इसके अलावा योगेन्द्र तिवारी, राम प्रकाश पुरवार, नीतेन्द्र चौबे, रघुनन्दन, सुशील शर्मा ने भी काव्य पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन कवि सन्तोष द्विवेदी ने किया। अन्त मे पूर्व सांसद, विधायक सहित वक्ताओं ने अटल जी को श्रद्धांजलि देकर उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला।

chat bot
आपका साथी