दो वर्षों से खराब पड़ा नलकूप, गेहूं की बोआई में समस्या

रखरखाव व मरम्मत के अभाव में अधिकतर नलकूप खराब होने से किसानों को सिचाई के लिए निजी पंप का सहारा लेना पड़ता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 06:07 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 06:07 PM (IST)
दो वर्षों से खराब पड़ा नलकूप, गेहूं की बोआई में समस्या
दो वर्षों से खराब पड़ा नलकूप, गेहूं की बोआई में समस्या

महराजगंज: किसानों को बेहतर सिचाई की व्यवस्था उपलब्ध कराने के उद्देश्य से क्षेत्र में जगह-जगह नलकूप लगाए गए हैं। जिसमे अधिकतर बदहाल पड़े है। रखरखाव व मरम्मत के अभाव में अधिकतर नलकूप खराब होने से किसानों को सिचाई के लिए निजी पंप का सहारा लेना पड़ता है। बृजमनगंज क्षेत्र के फुलमनहा के अनुकपुर में लगे 279 पीजी राजकीय नलकूप विगत करीब दो वर्षों से अधिक समय से खराब पड़े हैं। जिसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। नलकूप खराब होने से आसपास के किसान सिचाई के लिए निजी पंपिगसेट चलाने को मजबूर है। जिससे खेती में उनका अत्यधिक लागत भी लग रहा है। नलकूप खराब होने के कारण किसानों के धान की फसल पानी के अभाव में प्रभावित हुई। अब गेहूं की बोआई में समस्या हो रही है। स्थानीय किसानों ने नलकूप खराब होने की जानकारी अधिकारियों को दी गई। उसके बाद भी निराकरण न होने से यहां के किसान काफी परेशान हैं। नलकूप खराब होने से सिचाई के लिए निजी संसाधनों का सहारा लेना पड़ता है। डीजल की मंहगाई से फसलों की बोआई में समस्या हो रही है।

बनवारी दो वर्षों से नलकूप खराब पड़ा है। अब गेहूं के फसलों की बोआई के लिए भी समस्या का सामना करना पड़ेगा। जिससे खेत की सिचाई बाधित हो रही है।

गुड्डू सिचाई विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के कारण नलकूप खराब पड़ा है। जिससे किसानों को सिचाई के लिए निजी संसाधनों पर निर्भर होना पड़ता है।

रामकेश रखरखाव व मरम्मत अभाव में क्षेत्र के अधिकांश नलकूप बदहाल हो गए हैं। जिससे हम लोगों को खेत के सिचाई के लिए कोई इंतजाम नहीं हो पा रहा है, इनकी सुधि लेने वाला कोई नही है।

अमन

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