गांव में छाया मातम, गम में डूबे लोग

लोग गम में डूबे हैं। परिजन अपने लाल के लिए रो रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 Aug 2020 11:05 PM (IST) Updated:Fri, 07 Aug 2020 06:08 AM (IST)
गांव में छाया मातम, गम में डूबे लोग
गांव में छाया मातम, गम में डूबे लोग

महराजगंज: धानी क्षेत्र की प्रसिद्ध बढ़ुई ताल में मछली पकड़ने गए तीन युवक ताल के गहरे पानी में समा गए। गांव में मातम सा छा गया है। लोग गम में डूबे हैं। परिजन अपने लाल के लिए रो रहे थे। कानापार गांव निवासी प्रमोद, बलराम व धर्मेंद्र मछली पकड़ने के लिए ताल के गहरे पानी में उतरे थे। उन्हें क्या पता था कि वह इसमें डूब जाएंगे। तीनों की आर्थिक स्थिति बहुत ठीक नहीं है। मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे थे। मृतक प्रमोद दो भाई हैं, प्रमोद की मौत से परिजनों पर गम का पहाड़ टूट पड़ा है। जबकि बलराम अपने परिवार का एकमात्र सहारा था। उनके पास कोई भाई बहन नहीं है। बलराम शादीशुदा हैं, उनके पास 7 माह का पुत्र है, पत्नी पूनम का रो-रोकर बुरा हाल है। धर्मेंद्र दो भाई हैं, धर्मेंद्र की भी शादी हो गई है। तीनों के परिवार की माली हालत ठीक नहीं है।

शव ढूंढने में बांधा बनती रही तेज हवाएं

महराजगंज: बृजमनगंज थाना क्षेत्र के कानापार स्थित बढुई ताल में डूबे तीनों लोगों को ग्रामीणों ने नाव के सहारे पानी में ढूंढने का काफी प्रयास किया। लेकिन उनका सारा मेहनत बेकार रहा। गुरुवार की जिले से आई एनडीआरएफ की 15 सदस्यीय टीम व पीएससी ने लगभग 10 बजे से शव का तलाश शुरु किया। एनडीआरएफ के धर्मेंद्र पांडेय ने टीम का नेतृत्व किया। गोताखोरों पानी के अंदर जाकर शव को निकालने की कोशिश की। काफी प्रयास के बाद टीम ने गहरे पानी से प्रमोद का शव बाहर निकाला। आधे घंटे के बाद बलराम का भी शव बरामद हो गया। तीसरे युवक की तलाश टीम कर रही है। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर ने कहा कि विशाल ताल होने व हवा चलने के कारण शव को खोजने में काफी परेशानी हो रही थी।

नहीं जले अधिकांश घरों के चूल्हे

महराजगंज: एक साथ तीन युवकों के डूबने से बृजमनगंज थाना क्षेत्र के कानापार गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया था। इस घटना ने हर एक ग्रामीण को झंकझोर कर रख दिया। मृतक के परिजनों के साथ ही पूरे गांव में क्रंदन चित्कार मच गई थी। घटना की सूचना पूरे क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई थी, तथा गांव के पुरुष ताल पर पहुंच गए थे। गांव में बची महिलाओं के रोने चीखने से पूरे दिन माहौल गमगीन रहा। आलम यह था कि गांव के अधिकांश घरों में चूल्हे तक नहीं जले थे।

विधायक व एसपी ने लिया जायजा

महराजगंज: धानी के बढ़ुई ताल में तीनों युवकों के डूबने के बाद गुरुवार की सुबह तहसीलदार फरेंदा नरेश चंद मौके पर पहुंच गए थे। उसके बाद एनडीआरएफ व 26वीं वाहिनी पीएससी की एक बटालियन भी मौके पर पहुंच गई। जैसे-जैसे समय बीत रहा था। ताल के किनारे लोगों की भीड़ जुट गई। मौके पर विधायक फरेंदा बजरंग बहादुर सिंह व पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान भी पहुंच गए और घटना की जानकारी ली। पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने के साथ हर संभव मदद करने की बात कहीं। इस दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी फरेंदा अशोक कुमार मिश्र, एनडीआरएफ इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार पांडेय, तिलक राज, छठ्ठू सिंह, थानाध्यक्ष संजय दुबे, संतोष कुमार सिंह, बेचन निषाद, अमित चौबे, गुलाब चौरसिया सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी