बस के लिए हलकान रहे मुसाफिर

यूं तो रविवार को मुसाफिरों की संख्या रोज की अपेक्षा कम रहती है, लेकिन इस बार छठ पर्व के कारण स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ रही और उन्हें बस के अभाव में काफी हलकान होना पड़ा। घंटे भर इंतजार के बाद जब एक बस आई तो लोग चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की कर सीट सुरक्षित करने में लगे रहे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Nov 2018 11:22 PM (IST) Updated:Sun, 11 Nov 2018 11:22 PM (IST)
बस के लिए हलकान रहे मुसाफिर
बस के लिए हलकान रहे मुसाफिर

महराजगंज: यूं तो रविवार को मुसाफिरों की संख्या रोज की अपेक्षा कम रहती है, लेकिन इस बार छठ पर्व के कारण स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ रही और उन्हें बस के अभाव में काफी हलकान होना पड़ा। घंटे भर इंतजार के बाद जब एक बस आई तो लोग चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की कर सीट सुरक्षित करने में लगे रहे।

निचलौल डिपो में 54 बसों का बेड़ा है। इसमें दर्जनभर बस चालक के अभाव में खड़ी है। बसों के लिए घंटे भर इंतजार करने के कारण यात्रियों को काफी मुसीबतें झेलनी पड़ी। जैसे ही बस पहुंची तो लोग चढ़ने के लिए मारामारी करने लगे। यात्रियों में धक्का-मुक्की के साथ ही कई बार देख लेने की भी नौबत आई। इसके बाद भी कई यात्रियों को जगह नहीं मिलने के कारण दूसरे बस के इंतजार में खड़ा रहना पड़ा। जबकि कुछ यात्री जिन्हें बहुत आवश्यक था, उन्हें मजबूरी में अपनी जेब ढीली कर प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ा। मंजेश ने बताया कि गोरखपुर जाने के लिए घंटे भर से खड़ा हूं, लेकिन कोई साधन नहीं होने से दिक्कत हो रही है। जबकि बुद्धिसागर ने बताया कि ठूठीबारी जाने के लिए कोई साधन नहीं मिल रहा है। घंटे भर से इंतजार कर रहे हैं। बस कब आएगी, इसे बताने वाला भी कोई नहीं है। चंदन ने बताया कि यहां अधिकांश बसे चालकों के अभाव में खड़ी रहती है, जिससे यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। स्टेशन इंचार्ज ने बताया कि त्योहार के मद्देनजर अभी से यात्रियों का दबाव बढ़ गया है। हालांकि प्रत्येक घंटे पर बसों को रवाना किया जा रहा है। यात्रियों की सुविधा का विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

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