चार पर हत्या के प्रयास का केस, मृतक का भाई भी आरोपित

महराजगंज दिव्यांग द्वारा खुद को आग के हवाले किए जाने से पुलिस के हाथ पाव फूल गए। आत्महत्य

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Dec 2019 11:41 PM (IST) Updated:Tue, 24 Dec 2019 11:41 PM (IST)
चार पर हत्या के प्रयास का केस, मृतक का भाई भी आरोपित
चार पर हत्या के प्रयास का केस, मृतक का भाई भी आरोपित

महराजगंज:

दिव्यांग द्वारा खुद को आग के हवाले किए जाने से पुलिस के हाथ पाव फूल गए। आत्महत्या के लिए उसकाने का आरोप दारोगा पर लगा। यह बात जैसे ही एसएचओ बिहागड़ सिंह यादव को हुई तो उन्होंने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी। रात में ही पुलिस पीड़ित के घर पहुंची। परिवार के लोग जिस दिव्यांग को खुद आग लगने की बात कहकर बयान दे रहे थे, वह पुलिस दबाव में बिखर गए। चार घंटे के अंदर मृतक के भाई अमरनाथ उपाध्याय ने आशा यादव के खिलाफ तहरीर दी और आरोप लगाया कि उनका भाई अभिनाश उर्फ गोलू उपाध्याय का शीला यादव से संबंध है। इस बात को लेकर दिव्यांग जगरनाथ विरोध करता था। सोमवार शाम सात बजे शीला यादव, गोलू, गिलासी व रामदरश अचानक घर पहुंचे और जगरनाथ के ऊपर तेल डालकर जिदा जला दिया। पुलिस ने आनन फानन में सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। आरोपित आशा यादव को गिरफ्तार कर लिया। मामले की विवेचना उप निरीक्षक सतीश सिंह कर रहे है। दारोगा भगवान बक्स सिंह को बचाने के लिए थानेदार बिहागड़ सिंह यादव की ओर से पुरजोर कोशिश की गई , लेकिन दिव्यांग जगरनाथ की मौत ने पुलिस का पासा ही पलटकर रख दिया। मारपीट के मामले में रातों रात पुलिस की ओर से दोनों पक्षों पर शांतिभंग में चालान की कार्रवाई की गई। हालांकि एसडीएम कार्यालय तक चालानी रिपोर्ट नहीं पहुंची पाई। पुलिस को आशंका थी कि अगर दिव्यांग की मौत होती है तो शांतिभंग की कार्रवाई उनकी गर्दन को बचा देगी। पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने कहा कि मुकदमे की कार्रवाई हुई तो दिव्यांग जिदा था। मौत के बाद अब हत्या के प्रयास की धारा तरमीम होगी। विवेचक को निर्देशित किया गया है।

chat bot
आपका साथी