किसकी बनेगी सरकार, जनता लगा रही कयास

महराजगंज : विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद शहर से लेकर गांव तक प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर बहस शुर

By Edited By: Publish:Mon, 16 Jan 2017 11:16 PM (IST) Updated:Mon, 16 Jan 2017 11:16 PM (IST)
किसकी बनेगी सरकार, जनता लगा रही कयास
किसकी बनेगी सरकार, जनता लगा रही कयास

महराजगंज : विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद शहर से लेकर गांव तक प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर बहस शुरू हो गई है। चाय-पान की दुकानों, शिक्षण संस्थाओं, विभिन्न कार्यालयों में किसकी बनेगी सरकार को लेकर कयास बाजी चल रही है। लोग अपने-अपने हिसाब से सरकार बनाने व बिगाड़ने का समीकरण समझा रहे हैं और मन को तसल्ली दे रहे हैं।

सोमवार को दोपहर में कलेक्ट्रेट परिसर के सामने स्थित राम सजन की चाय की दुकान पर चुनाव को लेकर बहस चलती देख यह रिपोर्टर भी पहुंच गया। चाय का आर्डर देने के बाद चुनावी बहस में मशगूल लोगों की बात सुनने लगा। सावन वर्मा ने कहा कि इस बार प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन होगा और भाजपा की सरकार बनेगी। हालांकि उनकी बात को दिनेश चंद्र ने काट दिया और कहा कि इस बार बसपा की सरकार बनेगी। इसके लिए दिनेश ने कई तर्क दिए और कहा कि भाजपा में अभी तक प्रत्याशी तक घोषित नहीं हुए हैं। बिना प्रत्याशियों के मैदान में आए यह कहना उचित नहीं होगा कि भाजपा की सरकार बनेगी। दिनेश चंद्र की बात काटते हुए जय¨हद ने कहा कि इस बार भी प्रदेश में सपा की ही सरकार बनेगी। क्योंकि अखिलेश ने बेहतर कार्य किया है जबकि भाजपा ने नोटबंदी लागू कर हर वर्ग को तबाह कर डाला। कालेधन के नाम पर जनता को परेशान करने वाली भाजपा व सिर्फ दलितों का उत्थान करने वाली बसपा की सरकार इस बार नहीं बनेगी। इस पर सत्य प्रकाश तिवारी ने कहा कि भाजपा चाहे जब प्रत्याशी घोषित करे पर सरकार तो भाजपा की ही बनेगी। नोटबंदी के दौरान तमाम परेशानियां झेलने के बाद भी जनता प्रधानमंत्री के निर्णय से दुखी नहीं है। युवा वर्ग तो पूरी तरह पीएम मोदी के ही साथ है। यह चुनाव प्रत्याशी को देखकर नहीं वरन शीर्ष नेतृत्व की क्षमता के आधार पर होगा। वर्तमान समय में नरेंद्र मोदी की टक्कर का नेता किसी भी दल में नहीं है, इसलिए सरकार तो भाजपा की ही बनेगी। शंकर और रामानंद ने सत्य प्रकाश तिवारी की बात को काटते हुए कहा कि भाजपा की सरकार बनने का सपना देखना बंद कर दें। इतनी आसानी से कोई नहीं कह सकता कि सरकार किसकी बनेगी? अभी कांग्रेस व भाजपा ने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। सपा में चल रहे घमासान से हम सब वाकिफ हैं। सपा नेतृत्व ने जिन्हें प्रत्याशी बनाया है वे भी अनिर्णय की स्थिति में है। ऐसे में अभी से यह कहना जल्दबाजी होगी कि सरकार किसकी बनेगी। इसका समर्थन महेश, रामलाल, आलोक व ¨प्रस ने भी किया और कहा कि पहले सभी पार्टियों द्वारा विधानसभा वार प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हो जाने दीजिए। कौन किस पार्टी से गठबंधन करेगा यह साफ हो जाने दीजिए। चुनावी मुद्दा सामने आने दीजिए तब निर्णय लीजिएगा कि वास्तव में प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी। कयास लगाने से सरकार नहीं बनती है। देश के सबसे बड़े प्रदेश यूपी में अभी यह कहना कि भाजपा, बसपा या सपा की सरकार बनेगी उचित नहीं है। जनता अब उसी के सिर पर ताज बांधेगी जो उसकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा।

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