कुपोषण की रोकथाम, शासन का नया फरमान

महराजगंज: अति कुपोषित बच्चों की पहचान हेतु दो चरणों में सात सितंबर व दस सितंबर को प्रत्येक जनपद म

By Edited By: Publish:Tue, 25 Aug 2015 11:24 PM (IST) Updated:Tue, 25 Aug 2015 11:24 PM (IST)
कुपोषण की रोकथाम, शासन का नया फरमान

महराजगंज:

अति कुपोषित बच्चों की पहचान हेतु दो चरणों में सात सितंबर व दस सितंबर को प्रत्येक जनपद में चुनाव की भांति जिलाधिकारी की देखरेख में वजन दिवस के रूप में एक अभियान चलाया जायगा। इस संबध में मुख्य सचिव आलोक रंजन ने समस्त जिलाधिकारी को पत्र भेजा है। मुख्य सचिव द्वारा जारी आदेश के मुताबिक राज्य पोषण मिशन की अति कुपोषित बच्चों की ट्रै¨कग संबंधी वेबसाइट पर जनपदों द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़ों के अनुसार राज्य में मात्र 1.58 लाख बच्चे अति कुपोषित श्रेणी में चिन्हांकन किये गये हैं। उक्त आंकड़ों के आधार पर प्रति आंगनबाड़ी केंद्र पर पात्र एक बच्चा चिन्हांकित होता है, जो वास्तविक स्थिति से अत्यंत कम है। मिशन द्वारा उक्त आंकड़ों की समीक्षा में यह पाया गया कि 75 प्रतिशत आंगनबाड़ी कार्यक‌िर्त्रयों द्वारा अपने क्षेत्र में किसी भी अतिकुपोषित बच्चे का चिन्हांकन नहीं किया गया है। स्पष्टत: सही चिन्हांकन हेतु एक अभियान चलाकर वजन लिए जाने की अत्यंत आवश्यकता है, ताकि बच्चों की पोषण स्थिति का सही ज्ञान हो सके। जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद ने कहा कि शासन के आदेश का अनुपालन कराने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है।

शून्य से पांच वर्ष तक बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र तक लाने हेतु ग्राम प्रधान तथा अन्य जन प्रतिनिधियों एवं आशा, आंगनबाड़ी, सहायिका, युवा मंगल दल, मातृ समिति के सदस्यों आदि का सहयोग लिया जाये। - प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों का वजन लिया जाना तथा वजन तालिका का प्रयोग कर बच्चों की पोषण श्रेणी निर्धारित करना। वजन तालिका ग्रोथ चार्ट का विकल्प है, जिसके आधार बच्चे की आयु एवं वजन की जानकारी करते हुए पोषण की श्रेणी निर्धारित की जायेगी।

chat bot
आपका साथी