नारद मोह का मंचन देख विभोर हुए दर्शक

महराजगंज: फरेन्दा विकास खण्ड के ग्राम सभा डंडवार में चल रहे रूद्र महायज्ञ के दौरान रामलीला समिति ड

By Edited By: Publish:Thu, 20 Nov 2014 09:07 PM (IST) Updated:Thu, 20 Nov 2014 09:07 PM (IST)
नारद मोह का मंचन देख विभोर हुए दर्शक

महराजगंज:

फरेन्दा विकास खण्ड के ग्राम सभा डंडवार में चल रहे रूद्र महायज्ञ के दौरान रामलीला समिति डंडवार खुर्द के कलाकारों द्वारा बुधवार की रात नारद मोह का मंचन किया गया। जिसमें विश्व मोहिनी के स्वयंवर का मंचन किया गया।

नारद मोह का जीवंत मंचन करते हुए कलाकारों ने अपनी प्रतिभा दर्शाया। नाटक के अनुसार नारद तपस्या करते है। उनकी तपस्या से इन्द्र को भय हो जाता है कि कहीं वह उनका सिंहासन न ले ले। इसलिए इन्द्र काम देव को अप्सराओं के साथ उनकी तपस्या भंग करने के लिए भेजते हैं। लेकिन कामदेव उनकी तपस्या को भंग नही कर पाते है। इस बात को नारद ब्रह्मा, शिव व विष्णु से जा कर बताते हैं। भगवान विष्णु नारद अंदर आये। इस अहंकार को दूर करने के लिए माया नगरी का निर्माण करते हैं। जिसमें विश्व मोहिनी का स्वयंवर होता है। नारद उसी रास्ते आते हैं। जब उन्हें इस बात की जानकारी होती है, तब वह हरि का रूप मांगते हैं। भगवान विष्णु उन्हें बंदर का रूप प्रदान करते है और विश्व मोहिनी के स्वयंवर में पहुंचते हैं। यह देख नारद को क्रोध आ जाता है। वह उन्हें श्राप दे देते हैं। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष ननदेश्वर प्रजापति, कौशल किशोर, विजय कुमार मिश्र, अशोक सैनी, राघव राम मिश्र, संतोष सहानी, दुर्गेश सैनी, अच्युतानन्द मिश्र, कमलेश गौड़, राखी सैनी, हृदय प्रजापति, सुनील मिश्र, पप्पू पाण्डेय सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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