विकास की उम्मीद टूटने पर युवक ने दी जान

लखनऊ। सांसद आदर्श ग्राम योजना से गांव का नाम हटने की सूचना पर फतेहपुर में एक युवक ने आत्मह

By Edited By: Publish:Sat, 01 Nov 2014 04:02 PM (IST) Updated:Sat, 01 Nov 2014 04:02 PM (IST)
विकास की उम्मीद टूटने पर युवक ने दी जान

लखनऊ। सांसद आदर्श ग्राम योजना से गांव का नाम हटने की सूचना पर फतेहपुर में एक युवक ने आत्महत्या कर ली। जबकि दूसरे युवक ने टंकी पर चढ़कर विकास कार्य न होने पर आत्महत्या की चेतावनी दी, लेकिन लिखित आश्वासन पर उसे 24 घंटे बाद नीचे उतार लिया गया। एक युवक की आत्महत्या व विकास न होने से पूरा गांव आंदोलित है।

फतेहपुर सांसद निरजंन ज्योति ने एक हफ्ते पहले अमौली ब्लाक के चांदपुर गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना में चयन किया था। मानक से अधिक आबादी पर नाम बदलने का फरमान सुनकर विकास की उम्मीदें लगाए पूरा गांव सदमे में आ गया। गांव वाले विरोध में धरना-प्रदर्शन की रणनीति बना ही रहे थे कि गुरुवार दोपहर एक युवक संतोष चौहान खुदकुशी का ऐलान कर टंकी में चढ़ गया। पूरी रात संतोष नहीं उतरा। संतोष के नीचे उतरने का इंतजार कर रहे दूसरे युवक अरविंद ने फांसी लगाकर जान दे दी है। अरविंद ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट में लिखा है कि गांव को आदर्श गांव से बदलने व एक भाई संतोष चौहान के आत्महत्या के प्रयास के कारण मैं जान दे रहा हूं। इस घटना के बाद प्रशासन हरकत में आ गया।

टंकी पर चढ़े युवक को बचाने के लिए एएसपी अरविंद मिश्रा, एसडीएम शिव प्रसाद पहुंचे और काफी प्रयास पर 24 घंटे बाद अरविंद को नीचे उतारा। प्रशासन की पहल पर भाजपा जिलाध्यक्ष रणवेंद्र प्रताप सिंह व विधायक कृष्णा पासवान ने भी गांव का विकास सांसद निधि से कराने का आश्वासन दिया।

इस बीच ग्रामीणों ने मृत युवक अरविंद का शव टंकी के पास रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में प्रशासन ने ग्रामीणों व घर वालों से बात कर अरविंद के शव का अंतिम संस्कार कराया। जिलाधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि युवक ने फांसी किसी अन्य कारणों से लगाई है। वहीं पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट संदिग्ध है। जांच की जा रही है।

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