देश की स्वतंत्रता के लिए गुरु ग्रंथ साहिब समेत अन्य संतों ने दी कुर्बानी : योगी आदित्यनाथ

सिख समाज के गुरुओं ने की धर्म की रक्षा करने का काम। गुरु के सम्मान के साथ ही होगा देश में धर्म का प्रादुर्भाव।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Apr 2018 03:38 PM (IST) Updated:Sat, 14 Apr 2018 03:43 PM (IST)
देश की स्वतंत्रता के लिए गुरु ग्रंथ साहिब समेत अन्य संतों ने दी कुर्बानी : योगी आदित्यनाथ
देश की स्वतंत्रता के लिए गुरु ग्रंथ साहिब समेत अन्य संतों ने दी कुर्बानी : योगी आदित्यनाथ

लखनऊ(जागरण संवाददाता)। स्वतंत्र भारत के लिए भीमराव आबेडकर ने जो अलख जगाई थी। वहीं गुरु ग्रंथ साहिब ने भी लोगों को स्वतंत्रता के लिए राह दिखाई थी। गुरु ग्रथ साहिब समेत अन्य संतों ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपनी कुर्बानी दी। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को नाका हिंडोला गुरुद्वारे में बैशाखी के पावन पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं।

सीएम ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के विचारों को आगे बढ़ा सकें, इसकी कामना करता हूं। जिस काल मे गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की। उस समय विपरीत परिस्थितियों ऐसा करना बड़ी बात थी। मैं सबसे पहले उनके जन्म स्थान पटना साहिब गया था। धर्म संस्कृत के द्रोहियों से रक्षा के लिए खालसा पंथ की स्थापना करना बड़ी चुनौती थी। धर्म की रक्षा करने का काम सिख समाज के गुरुओं ने किया। पवित्र भाव को आत्म सात नहीं कर पाए। इसका खामियाजा समाज को भुगतना पड़ रहा है। हेमकुंट साहिब(उत्तराखंड के चमोली जिला में स्थित सिखों का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान) में भी दर्शन का भाव रखें तो हम विश्व गुरु बन जाय। अब तो ऐसी भावना आ गई है कि सत्ता और कुर्सी सब कुछ मिल जाय। गुरु के सम्मान के साथ ही देश धर्म का प्रादुर्भाव होगा।

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