UP Weather: यूपी में बेमौसम बार‍िश का कहर, फसल क्षति के आकलन में जुटी सरकार, IMD का तेज आंधी और वर्षा का अलर्ट

UP Weather Update Today यूपी में बेमौसम हुई बार‍िश का कहर जारी है। आने वाले द‍िनों के ल‍िए मौसम व‍िभाग ने एक बार फ‍िर तेज वर्षा का अलर्ट जारी क‍िया है। वहीं सरकार फसलों की क्षत‍ि के आंकलन में जुटी है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Wed, 22 Mar 2023 07:47 AM (IST) Updated:Wed, 22 Mar 2023 07:47 AM (IST)
UP Weather: यूपी में बेमौसम बार‍िश का कहर, फसल क्षति के आकलन में जुटी सरकार, IMD का तेज आंधी और वर्षा का अलर्ट
UP Weather Update Today: यूपी में बार‍िश का कहर

लखनऊ, जासं। यूपी में अलग-अलग शहरो में दिनभर हुई झमाझम बारिश से मौसम सुहाना तो हुआ लेकिन आम के मंजरी और खड़ी फसलों के लिए यह बारिश काल बनकर आई। तेज हवा आंधी पानी से आम की बौर के साथ गेहूं, सरसों, तिलहन और अन्य फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार और गुरुवार को मौसम साफ रहेगा, लेकिन शुक्रवार से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में फिर से बारिश के आसार हैं।

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक दानिश के अनुसार मंगलवार को प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई है। वर्तमान पश्चिमी विक्षोभ मंगलवार देर शाम तक समाप्त होकर बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल रहा है। इस दौरान अवध क्षेत्र व पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि हुई है। बुधवार से मौसम साफ होने के साथ ही एक बार दोबारा तापमान में चार से सात डिग्री तक की बढ़त दर्ज की जा सकती है। पहाड़ों से चलकर आने वाली हवा से एक नया पश्चिमी विक्षोभ गुरुवार से दोबारा सक्रिय हो रहा है। इसके चलते शुक्रवार से प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ छिटपुट बारिश के आसार बन रहे हैं।

यहां हुई बारिश

मंगलवार को प्रदेश में सर्वाधिक बारिश बरेली में 63 मिलीमीटर पर दर्ज हुई। इसके अलावा बिजनौर में 49 मिलीलीटर और बागपत में 32 मिलीमीटर, बुलंदशहर में 25.5 मिलीमीटर, लखनऊ में 10.3 मिलीमीटर, मुरादाबाद में 14 मिलीमीटर, गोरखपुर में 9.0 मिलीमीटर, मुजफ्फरनगर में 16.6 मिलीमीटर, हरदोई में 3.0 मिलीमीटर, मेरठ में 38 मिलीमीटर और कानपुर, अलीगढ़, आगरा समेत कुछ अन्य जगहों पर बारिश दर्ज की गई।मंगलवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

तापमान में तीन से चार डिग्री तक की बढ़त दर्ज की गई

वहीं, 10.3 मिलीमीटर बारिश से मौसम सुहाना रहा। हालांकि अधिकतम तापमान में सोमवार की अपेक्षा तीन से चार डिग्री तक की बढ़त दर्ज की गई। प्रदेश में सर्वाधिक तापमान कानपुर में 31.7 डिग्री और झांसी में 30.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान में भी एक से दो डिग्री तक की बढ़त दर्ज हुई। सबसे कम तापमान बरेली में 13.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, मंगलवार को लखनऊ और आसपास के जिलों में बदली छाई रहेगी। प्रदेश की कुछ जगहों पर 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।

सरसों, गेंहू, चना के साथ सब्जियों की फसल को भारी नुकसान

उत्तर प्रदेश में बेमौसम बारिश से किसानों को मंगलवार को भी राहत नहीं मिली। प्रदेश के तकरीबन सभी जिलों में बारिश के साथ तेज हवाओं के साथ पड़े ओले ने गेहूं, सरसों, चना व सब्जियों की फसलों को खासा नुकसान पहुंचाया है। आम की आने वाली फसल भी बारिश से प्रभावित होगी। आगे भी मौसम के परिवर्तनशील रहने की मौसम विभाग की चेतावनी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। शासन के स्तर से फसलों को हुए नुकसान का आकलन शुरू कर दिया गया है।

पूरे प्रदेश में असमय हुई बारिश का असर 10-15 प्रतिशत

बेमौसम बारिश से फसलों को कितना नुकसान हुआ है, इसकी सही तस्वीर जमीनी सर्वे रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी लेकिन यह तय माना जा रहा है कि पूरे प्रदेश में असमय हुई बारिश का असर 10-15 प्रतिशत से अधिक उत्पादन को प्रभावित कर सकता है। कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. देवेश चतुर्वेदी ने बताया उन्होंने फसल बीमा कंपनियों के साथ बैठक कर किसानों को तत्काल राहत देने की बात कही है। बीमित किसानों की फसल क्षतिपूर्ति का आकलन कर दस दिनों के अंदर राहत प्रदान करने का निर्देश बीमा कंपनियों को दिया गया है।

यूपी के 44 जिलों में सामान्य से 120 प्रतिशत अधिक बारिश

राजस्व विभाग भी अपने स्तर से प्रदेश भर में हुई क्षति का आकलन कर रहा है। इधर, एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी में बतौर कृषि विशेषज्ञ सेवाएं दे रहे पूर्व संख्यिकी निदेशक राजेश कुमार गुप्ता कहते हैं कि पिछले दो-तीन दिनों में हुई बारिश से फसलों को बड़ी क्षति पहुंची है। क्षति कितनी हुई है यह सर्वे के उपरांत ही स्पष्ट हो सकेगा, इस प्रक्रिया में सात-आठ दिनों का समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 44 जिलों में सामान्य से 120 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।

अगले तीन-चार 3-4 दिनों तक तैयार फसलों की कटाई न करने की सलाह

लखनऊ में 2014 के बाद हुई इतनी वर्षा कृषि विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक और अध्यक्ष डा. एके गुप्ता की मानें तो लखनऊ में वर्ष 2014 के बाद मार्च माह में इतनी बारिश हुई है। उन्होंने बताया कि लखनऊ के आठ में से सात ब्लाक मलिहाबाद, काकोरी, सरोजनीनगर, गोसाईगंज, मोहनलालगंज, बक्शी का तालाब में तेज हवाओ के साथ भारी बारिश और ओले गिरे है। जबकि चिनहट में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई है। जिससे सरसों, गेंहू, आम, चना, सब्जी आदि फसलें मुख्य रूप से प्रभावित हुई हैं। उन्होंने किसानों को सलाह दी है कि अगले तीन-चार 3-4 दिनों तक तैयार फसलों की कटाई न करें।

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