शिवपाल ने दिया आशीर्वाद, बोले-फल तो अखिलेश देंगे; प्रसपा लोहिया मुख्यालय में सजा दरबार

UP Election 2022 विधानसभा चुनाव के लिए प्रसपा लोहिया की सपा से गठबंधन की तस्वीर अब तक साफ नहीं हुई है। ऐसे में पार्टी से टिकट की दावेदारी करने वाले कार्यकर्ता अंतिम समय तक भाग्य आजमा रहे हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 13 Jan 2022 09:19 PM (IST) Updated:Fri, 14 Jan 2022 06:14 AM (IST)
शिवपाल ने दिया आशीर्वाद, बोले-फल तो अखिलेश देंगे; प्रसपा लोहिया मुख्यालय में सजा दरबार
अंतिम क्षण तक अपनी मजबूत दावेदारी करते रहे पार्टी के कार्यकर्ता।

लखनऊ, [निशांत यादव]। लाल बहादुर शास्त्री मार्ग स्थित प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रदेश कार्यालय पर गुरुवार को कुछ अलग ही माहौल था। कई माह बाद कार्यालय में हलचल दिखी, हालांकि मुख्य गेट बंद था। भीतर हरे रंग का कुर्ता पहने प्रसपा लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सि‍ंह यादव खुले आकाश के नीचे कुर्सी डालकर लखनऊ सहित प्रदेश भर से आए उन कार्यकर्ताओं से मिल रहे थे, जिनको अब भी अपनी किस्मत चमकने की उम्मीद है। शिवपाल सि‍ंह यादव ने किसी को भी निराश नहीं किया। कहा आशीर्वाद मैं देता हूं, फल तो अखिलेश ही देंगे।

विधानसभा चुनाव के लिए प्रसपा लोहिया की सपा से गठबंधन की तस्वीर अब तक साफ नहीं हुई है। ऐसे में पार्टी से टिकट की दावेदारी करने वाले कार्यकर्ता अंतिम समय तक भाग्य आजमा रहे हैं। सूचना मिली कि शिवपाल सि‍ंह यादव ने 30 उन लोगों की सूची अखिलेश यादव के पास भेजी है, जो मजबूती से चुनाव लड़ सकते हैं। उस लिस्ट में अपना नाम है कि नहीं, यह टटोलने के लिए ही शिवपाल सि‍ंह यादव से मिलने लखनऊ की उत्तर विधानसभा से तैयारी कर रहे अजय त्रिपाठी मुन्ना, बीकेटी से दावेदारी कर रहे जिलाध्यक्ष रंजीत सि‍ंह यादव, सरोजनीनगर से शारदा प्रताप शुक्ल सुबह ही पार्टी कार्यालय पहुंच गए।

अजय त्रिपाठी और रंजीत यादव को शिवपाल सि‍ंह यादव ने कहा कि मजबूती से चुनाव लड़ाने की तैयारी करो। हमारा आशीर्वाद पूरा है। अब फल अखिलेश देंगे। वहीं शारदा प्रताप शुक्ल से शिवपाल सि‍ंह यादव ने उनके गिरते स्वास्थ्य को लेकर जानकारी ली। मुख्य सभागार में इंतजार कर रहे दावेदारों को लेकर शिवपाल सि‍ंह यादव बाहर खुले में आकर कुर्सी पर बैठ गए। इसके बाद दावेदारी कर रहे कार्यकर्ताओं को एक-एक कर बुलाया। जसराना से आयी पि‍ंकी को देख शिवपाल सि‍ंह यादव ने कहा कि इस सीट को एक साल पहले तय कर दिया है। चौधरी रिछपाल सि‍ंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि अब जसवंतनगर ही बचती है, कहो तो मैं उसे छोड़कर चुनाव के लिए घूमता हूं।

हरदोई के शाहबाजपुर से आये मंशाराम यादव ने अपनी कई महीने की तैयारियों का हवाला देते हुए एक मौका दिए जाने की बात कही। जबकि बरेली से आयी नईमा बानो को जब बताया कि सर्वे में उनको टिकट नहीं मिल रहा है तो वह दहाड़ मारकर वहीं रोने लगी। एक युवती आयी और कहा कि 2013 में आपसे जुड़ी थी। अब फिर आयी हूं। आपका आशीर्वाद लेने। कुछ देर में ही पार्टी महासचिव आदित्य यादव की भी एंट्री हो जाती है। शिवपाल सि‍ंह यादव सभी कार्यकर्ताओं से मिलकर चले जाते हैं तो बचे हुए लोग अपनी दावेदारी पुख्ता करने के लिए आदित्य यादव के पास जुट जाते हैं। यहां भी आश्वासन सभी को मिला और सही समय का इंतजार करने को कहा गया।

chat bot
आपका साथी