उत्तर प्रदेश में जन विश्वास यात्राओं से भाजपाइयों में बढ़ा जोश, विपक्ष में बेचैनी

UP Assembly Election 2022 भाजपा के प्रवक्ता मनीष दीक्षित ने बताया कि प्रदेश में छह क्षेत्रों से रवाना जन विश्वास यात्राओं में लगातार छोटी के साथ बड़ी सभाएं तथा रोड शो भी हो रहा है। यात्राएं अब समापन की ओर हैं लेकिन विपक्षी दलों में इनसे काफी बेचैनी है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sun, 26 Dec 2021 10:25 PM (IST) Updated:Mon, 27 Dec 2021 05:30 PM (IST)
उत्तर प्रदेश में जन विश्वास यात्राओं से भाजपाइयों में बढ़ा जोश, विपक्ष में बेचैनी
भाजपा की जन विश्वास यात्राएं अब समापन की ओर हैं

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले भाजपा का लक्ष्य सभी 403 सीट पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का है। इसी को लेकर भाजपा ने 19 दिसंबर से छह क्षेत्र से जो जन विश्वास यात्रा शुरू की है, उससे भाजपा के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं में जोश बढ़ गया है। भाजपा की जन विश्वास यात्राएं अब समापन की ओर हैं, लेकिन विपक्षी दलों में इनसे काफी बेचैनी है।

भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने बताया कि प्रदेश में छह क्षेत्रों से रवाना जन विश्वास यात्राओं में लगातार छोटी के साथ बड़ी सभाएं तथा रोड शो भी हो रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के चुनाव प्रभारी व केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डा. दिनेश शर्मा के साथ केन्द्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पाण्डेय, स्मृति ईरानी, संजीव बालियान, साध्वी निरंजन ज्योति, पंकज चौधरी, कौशल किशोर, भानु प्रताप वर्मा, जनरल वीके सिंह, बीएल वर्मा के साथ प्रदेश सरकार के मंत्री अन्य प्रमुख नेता जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं।

भाजपा की जन विश्वास यात्रा जनता का भरोसा जीतने में सफल हो रही है। इनकी सफलता से विपक्षी दलों में काफी हलचल मची है। जन विश्वास यात्रा को व्यापक जन समर्थन मिल रहा है। शहरी क्षेत्रों के अलावा दूरस्थ तथा ग्रामीण क्षेत्रों तक में लोग उमड़ रहे हैं। जनविश्वास यात्राओं ने पार्टी जनों और समर्थकों के उत्साह को दो गुना कर दिया है। प्रदेश में अब तक 263 विधानसभा क्षेत्रों में 7893 किलोमीटर दूरी नाप चुकी यात्राओ से राजनीतिक परिदृश्य गरमा गया है। इसमें अब तक 38 बड़ी जनसभा, 569 छोटी सभाओं के अलावा 2173 स्वागत सभाओं व रोड़ शो आदि आयोजनों की सफलता से संगठनात्मक मजबूती की परख हुई। इसके साथ ही बिना किसी भेदभाव के तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ जनसामान्य तक पहुंचने का असर भी यात्राओं में दिखा।

इतना ही नहीं किसान आंदोलन में विरोध की राजनीति तलाश रहे दलों को भी घोर निराशा हाथ लगी है। उन क्षेत्रों में भी जनविश्वास यात्रा बेहद सफल रही जिनमें विपक्षी विरोध के स्वर होने जैसी बातें हो रही थी। बागपत, मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उन जिलों में जन विश्वास यात्रा में उमड़ी अपार भीड़ इस बात की परिचायक है कि भाजपा से किसान दूर नहीं हुए थे। सड़कें हों या गन्ना मूल्य अथवा भुगतान, अपराधियों पर अंकुश हो या कानून व्यवस्था हर क्षेत्र में जन विश्वास हासिल करने में यात्राएं सफल रही।

इसी महीने की 19 तारीख को अंबेडकर नगर से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, मथुरा से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, झांसी से केंद्रीय रक्षा मंत्री, राजनाथ सिंह बिजनौर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, गाजीपुर से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी व बलिया से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जन विश्वास यात्रा का शुभारंभ किया था।

भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि इस जन विश्वास यात्रा से जनता के साथ ही भाजपा के कार्यकर्ताओं का भी विश्वास बढ़ा है। इनको पता है कि भाजपा का बूथ अध्यक्ष भविष्य का प्रदेश अध्यक्ष है।  

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