उन्नाव कांड में सीबीआइ को अहम सबूत मिले, 17 घंटे पूछताछ के बाद विधायक गिरफ्तार

सीबीआइ ने उन्नाव कांड में आरोपित भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर को पूछताछ के बाद आज रात गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान विधायक कई बार रोए और तालू सूखा और चिड़चिड़ाये भी।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Fri, 13 Apr 2018 08:49 PM (IST) Updated:Sat, 14 Apr 2018 06:41 PM (IST)
उन्नाव कांड में सीबीआइ को अहम सबूत मिले, 17 घंटे पूछताछ के बाद विधायक गिरफ्तार
उन्नाव कांड में सीबीआइ को अहम सबूत मिले, 17 घंटे पूछताछ के बाद विधायक गिरफ्तार

लखनऊ (जेएनएन)। बहुचर्चित उन्नाव कांड में शुक्रवार रात सीबीआइ ने बांगरमऊ क्षेत्र से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले शुक्रवार तड़के ही उन्हें उनके आवास से हिरासत में लेकर लगभग 17 घंटे तक पूछताछ की गई। रात साढ़े नौ बजे उनकी गिरफ्तारी घोषित की गई। शनिवार सुबह उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीबीआइ लखनऊ के संयुक्त निदेशक डॉ.जीके गोस्वामी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आरोपित विधायक के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं। 

शुक्रवार का सीबीआइ घटनाक्रम शुक्रवार सुबह करीब 4:15 बजे आवास से उठाए गए विधायक सीबीआइ विधायक को लेकर सुबह करीब 4:40 बजे पहुंची मुख्यालय  सुबह करीब नौ बजे उन्नाव के लिए रवाना हुईं तीन टीमें रात करीब साढ़े आठ बजे उन्नाव से लौटी सीबीआइ टीम  रात साढ़े नौ बजे सीबीआइ ने दिखाई विधायक की गिरफ्तारी

पीड़िता से जुड़ा घटनाक्रम

आठ अप्रैल : पीडि़त किशोरी ने परिवार के साथ मुख्यमंत्री आवास के पास किया आत्मदाह का प्रयास  नौ अप्रैल : पीडि़त किशोरी के पिता की उन्नाव में न्यायिक अभिरक्षा में मौत, उन्नाव के माखी एसओ समेत छह पुलिसकर्मी निलंबित। 10 अप्रैल : विधायक का भाई अतुल सिंह गिरफ्तार, पीडि़त किशोरी के पिता के साथ मारपीट के मुकदमे में हत्या की धारा बढ़ी, एडीजी लखनऊ जोन के नेतृत्व में एसआइटी गठित। सीएम ने 24 घंटे में मांगी रिपोर्ट। 11 अप्रैल : एसआइटी की प्रारंभिक रिपोर्ट पर उन्नाव के सीओ शफीपुर व दो चिकित्सक निलंबित। उन्नाव कांड की सीबीआइ जांच की सिफारिश। विधायक ने एसएसपी लखनऊ के आवासीय कार्यालय के बाहर दिखाया बाहुबल।  12 अप्रैल : सीबीआइ ने मामले में तीन केस दर्ज कर शुरू की जांच। देर रात ही विधायक को पकडऩे के लिए एसएसपी लखनऊ से किया संपर्क।  13 अप्रैल : सीबीआइ ने आरोपित विधायक को किया गिरफ्तार।

सीबीआइ की उन्नाव कांड में तेजी

केंद्र सरकार के आदेश के बाद गुरुवार रात से ही सक्रिय हुई सीबीआइ ने उन्नाव कांड में तेजी से कदम उठाए। सीबीआइ अधिकारियों ने एसएसपी लखनऊ दीपक कुमार से गुरुवार देर रात ही संपर्क साधा और पूरी जानकारी ली। सीबीआइ के एसपी राघवेंद्र वत्स शुक्रवार सुबह करीब 3:45 बजे एसएसपी लखनऊ के दफ्तर पहुंचे। वहां से इंस्पेक्टर हजरतगंज आनन्द शाही व अन्य पुलिसकर्मियों को साथ लेकर सीबीआइ टीम विधायक के इंदिरानगर आवास पहुंची। पुलिसकर्मियों की एक टीम ने विधायक के इंदिरानगर सी 1352 अरावली मार्ग स्थित आवास घर के बाहर पहले से ही अपना डेरा डाल दिया था। सीबीआइ टीम ने सुबह करीब 4:15 बजे विधायक को हिरासत में लिया और नवल किशोर रोड (हजरतगंज) स्थित अपने मुख्यालय ले आई, जहां पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ।

मीडिया का जमावड़ा 

लखनऊ स्थित सीबीआइ मुख्यालय में टीम ने विधायक के साथ ही इस मामले की जांच कर चुके अधिकारियों से भी बातचीत की। दोपहर डेढ़ बजे उन्नाव कांड की जांच के लिए गठित एसआइटी प्रभारी एएसपी दिनेश सिंह व उनकी टीम भी वहां पहुंच गई। एसआइटी टीम दोपहर करीब 2:15 बजे लौट गई। दोपहर एक बजे कई वकील व विधायक के कुछ करीबी भी सीबीआइ मुख्यालय के बाहर पहुंचे थे लेकिन, कुछ देर बाद वापस चले गए। सीबीआइ दफ्तर के बाहर दिनभर मीडिया का जमावड़ा रहा। 

शनिवार को अदालत में पेश करेगी

सीबीआइ लखनऊ के संयुक्त निदेशक डॉ.जीके गोस्वामी ने बताया कि सीबीआइ को प्रारंभिक जांच में पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं। शनिवार को विधायक को कोर्ट में पेश कर पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी जाएगी। इससे पहले इधर, सीबीआइ की तीन टीमें शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे उन्नाव गईं और वहां पीडि़त किशोरी के बयान लेने के साथ ही पुलिसकर्मियों व डॉक्टरों से भी पूछताछ की। किशोरी के पिता की मौत के मामले में निलंबित एसओ माखी अशोक भदौरिया व उपनिरीक्षक केपी सिंह से भी लंबी पूछताछ की गई।

रो पड़े विधायक 

विधायक से पूछा गया कि वह किशोरी के पिता की पिटाई के वक्त कहां थे और वारदात के बाद उन्होंने किन पुलिसकर्मियों से बातचीत की थी। सूत्रों के अनुसार सीबीआइ ने विधायक से यह भी पूछा कि उन्होंने अपने आरोपित भाई अतुल सिंह के लिए किन-किन लोगों से पैरवी की थी। पूछताछ के दौरान विधायक कई बार रो भी पड़े। कई बार उनका तालू भी सूख गया। विधायक सीबीआइ के सामने तेवर भी बदलते रहे और कभी-कभी चिड़चिड़ाये भी। सीबीआइ ने बीच-बीच में कुछ देर के लिए सेंगर को अकेला भी छोड़ा।

सीबीआइ भी कराएगी पीडि़ता का मेडिकल

सीबीआइ भी पीडि़त किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराएगी। सीबीआइ को दिए बयानों में भी किशोरी ने विधायक पर लगाए आरोपों को दोहराया है। सीबीआइ ने विधायक के दो मोबाइल फोन अपने कब्जे में लिए हैं। सीबीआइ फोन की फारेंसिक जांच भी करा सकती है। विधायक के मोबाइल से मिले कई नंबरों के बारे में भी जांच की जा रही है।

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