लखनऊ: जिला कारागार में दो अन्य संदिग्ध बंदियों को डाला गया हाई सिक्योरिटी बैरक में

जिला कारागार लखनऊ में बंदी द्वारा मोबाइल से अपराधियों की बात कराए जाने के मामले में दो और बंदियों की संलिप्तता सामने आई है। इसके बाद दोनों बंदियों को अलग-अलग हाई सिक्योरिटी बैरक में डाल दिया गया है। इसके अलावा अन्य बंदियों से भी पूछताछ की जा रही है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sat, 21 Nov 2020 07:57 PM (IST) Updated:Sat, 21 Nov 2020 07:57 PM (IST)
लखनऊ: जिला कारागार में दो अन्य संदिग्ध बंदियों को डाला गया हाई सिक्योरिटी बैरक में
जिला कारागार लखनऊ में बंदी द्वारा मोबाइल से बात के मामले में दो संदिग्ध बंदियों को हाईसिक्योरिटी बैरक में डाला।

लखनऊ, जेएनएन। जिला कारागार में बंदी द्वारा मोबाइल से अपराधियों की बात कराए जाने के मामले में दो और बंदियों की संलिप्तता सामने आई है। इसके बाद दोनों बंदियों को अलग-अलग हाई सिक्योरिटी बैरक में डाल दिया गया है। इसके अलावा अन्य बंदियों से भी पूछताछ की जा रही है। हालांकि अभी तक मोबाइल मिलने की अधिकारिक जानकारी जेल प्रशासन ने नहीं दी है। अधिकारी बंदी (राइटर) अंकित मिश्रा के पास से सिर्फ चार्जर मिलने की बात स्वीकार कर रहे हैं। वहीं, मोबाइल होने की बात से अधिकारी इंकार भी नहीं कर रहे पर बरामदगी नहीं दिखा रहे हैं। वहीं, डीजी जेल आनंद कुमार के निर्देश पर जिला जेल में जांच के लिए गए डीआइजी जेल की पूछताछ में भी जेल अधिकारियों ने चुप्पी साध ली और सिर्फ चार्जर बरामद होने की बात स्वीकारी।

इंदिरानहर में फेंका गया मोबाइल !

वहीं, जेल सूत्रों के मुताबिक जेल अधिकारियों ने मुख्यालय के अधिकारियो की फटकार और कार्रवाही के डर से बंदी अंकित मिश्रा के पास से बरामद मोबाइल को इंदिरा नगर में फेंकवा दिया। इसके बाद मोबाइल बरामदगी के नाम पर चुप्पी साध गए। वहीं, चार्जर और सिम को सुरक्षित रख लिया गया है। जिसकी पड़ताल की जा रही है।

नहीं हो सके बंदियों के बयान

शनिवार को नारी बंदी निकेतन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के जन्मदिन पर कार्यक्रम होना था। कार्यक्रम में सभी जेल और प्रशासनिक अधिकारी व्यस्त रहे। इसके कारण डीआइजी जिला कारागार नहीं जा सके और न ही बंदियों के बयान हो सकें। डीआइजी जेल संजीव त्रिपाठी ने बताया कि प्राथमिक जांच में चार्जर ही मिला है मोबाइल अभी बारामद नहीं हुआ है। हालांकि जब चार्जर मिला है तो मोबाइल भी होना स्वाभाविक है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। जल्द ही पूरी रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को दी जाएगी।

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