पहली दिसंबर से बदलेगा ATM से ट्रांजेक्शन का तरीका, खाताधारकों के लिए काम की खबर

प्रदेश में पीएनबी के एक करोड़ से अधिक ग्राहकों को मिलेगी सुरक्षित एटीएम सेवाएं। एटीएम ट्रांजेक्शन संबंधी फ्रॉड को रोकने के लिए बैंकों ने अपनाने शुरू किये सुरक्षा उपाय। एसबीआइ के बाद पीएनबी ने शुरू किया ओटीपी सिस्टम।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 10:25 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 10:25 AM (IST)
पहली दिसंबर से बदलेगा ATM से ट्रांजेक्शन का तरीका, खाताधारकों के लिए काम की खबर
प्रदेश में पीएनबी के एक करोड़ से अधिक ग्राहकों को मिलेगी सुरक्षित एटीएम सेवाएं।

लखनऊ, जेएनएन। अगर आप पंजाब नेशनल बैंक के खाता धारक हैं तो आपके लिए यह जरूरी खबर है। भारतीय स्टेट बैंक के बाद देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने भी एटीएम से ट्रांजेक्शन को और सिक्योर बनाने की दिशा में कदम उठाए हैं। एटीएम ट्रांजेक्शन संबंधी फ्रॉड को रोकने के लिए बैंक ने वन टाइम पासवर्ड दैनिक ओटीपी सिस्टम शुरू करने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था पहली दिसंबर यानी कल से लागू होगी। इससे प्रदेश भर में पीएनबी के करीब एक करोड़ से ज्यादा ग्राहक खुद को सुरक्षित महसूस कर सकेंगे।

दरअसल, बीते कुछ वर्षों में एटीएम संबंधी ट्रांजेक्शन के दौरान जालसाजी के तमाम मामले सामने आए थे। इसमें जालसाज एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर ट्रांजेक्शन पूरा करने में सफल हो जाते थे और लोगों की गाढ़ी कमाई को आसानी से पार कर देते थे। एटीएम सेवाओं को लेकर बैंकों के लिए मुद्दा चुनौती बन गया था। फ्रॉड के ऐसे मामलों को रोकने के लिए बैंकों ने दस हज़ार से ऊपर तक के ट्रांजेक्शन के लिए ओटीपी अनिवार्य कर दिया है। यानी यदि आपको एटीएम से दस हज़ार से अधिक रुपए निकालने हैं तो आपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर बैंक की ओर से ओटीपी आएगा। ओटीपी को डालने के बाद ही एटीएम संबंधी ट्रांजेक्शन पूरा हो सकेगा। सिक्योर सिस्टम की शुरूआत भारतीय स्टेट बैंक ने की थी, अब पंजाब नेशनल बैंक ने भी आत्मसात किया है।

5 साल पहले एटीएम संबंधी ताबड़तोड घटनाएं

साल 2015 था, जब राजधानी में एटीएम ट्रांजेक्शन संबंधी फ्रॉड की ताबड़तोड़ घटनाएं हुई थीं। इन घटनाओं ने एटीएम सेवाओं को लेकर बैंकिंग इंडस्ट्री पर तमाम सवाल भी खड़े किए थे। यह वह दौर था, जब लंबे समय बाद देश की बैंकिंग इंडस्ट्री को भी एटीएम फ्रॉड की घटनाओं को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाए जाने की जरूरत महसूस हुई थी।

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