प्रदेश भर में लागू होगा यातायात-व्यवस्था सुधारने का 'सहयोग मॉडल

इसके लिए एक वाट्सएप नंबर जारी किया, जिस पर लोगों से यातायात नियम तोडऩे वाले वाहनों की फोटो खींचकर भेजने की अपील की गई।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Sat, 06 Jan 2018 02:02 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jan 2018 02:02 PM (IST)
प्रदेश भर में लागू होगा यातायात-व्यवस्था सुधारने का 'सहयोग मॉडल
प्रदेश भर में लागू होगा यातायात-व्यवस्था सुधारने का 'सहयोग मॉडल

लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश में बदहाल यातायात-व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए वाराणसी में नागरिकों के सहयोग से शुरू की गई पहल पर वरिष्ठ अधिकारियों की निगाहें गड़ी हैं। वाराणसी पुलिस इन दिनों जनसहयोग से वाट्सएप पर हासिल नियम विरुद्ध खड़े वाहनों का ई-चालान कर रही है। इसके सार्थक परिणाम भी मिले हैं। लिहाजा डीजीपी मुख्यालय स्तर पर इस 'सहयोग मॉडल का परीक्षण कराया जा रहा है। एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार का कहना है कि परीक्षण के आधार पर ई-चालान की इस व्यवस्था को पूरे प्रदेश में लागू कराया जाएगा।


संकरी गलियों व भीड़भाड़ वाले वाराणसी में भी अन्य महानगरों की तरह जाम की समस्या आम है। एसएसपी वाराणसी आके भारद्वाज ने शहर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए नागरिकों के सहयोग से यातायात नियम तोडऩे वाले वाहनों के चालान किए जाने की पहल की। वाराणसी पुलिस ने इसके लिए एक वाट्सएप नंबर जारी किया, जिस पर लोगों से यातायात नियम तोडऩे वाले वाहनों की फोटो खींचकर भेजने की अपील की गई।

साथ ही यह निर्देश भी दिए गए कि फोटो में गाड़ी का नंबर स्पष्ट हो। फोटो खींचते समय बैकग्राउंडर भी स्पष्ट हो। ताकि यह स्पष्ट हो सके कि फोटो कहां की है। फोटो खींचकर भेजने पर उस स्थान, समय व दिनांक का उल्लेख भी जरूर किया जाए। इसके लिए बनाए गए आकर्षक पोस्टर में इस पहल को 'सहयोग...अब हर कोई पुलिस नाम दिया गया। एसएसपी वाराणसी ने बताया कि एक माह पूर्व यह व्यवस्था शुरू की गई थी, जिसके तहत खासकर फोटो भेजने वाले का नाम-पता पूरी तरह से गोपनीय रखा जा रहा है।

वाट्सएप पर हासिल तस्वीर के जरिये यातायात नियम तोडऩे वाले वाहनों के ई-चालान किए जा रहे हैं और उन्हें वाहन की तस्वीर सहित संबंधित व्यक्ति के घर पर भेजा जा रहा है। एक माह में पुलिस को करीब 1800 तस्वीरें हासिल हुईं, जिनके आधार पर जांच के बाद लगभग 1250 ई-चालान किए गए। इस व्यवस्था के तहत शिकायत हासिल करने वाले व कार्रवाई करने वाले अलग-अलग सेक्शन बनाए गए हैं। ताकि फोटो भेजने वाले की गोपनीयता भंग न हो। डीजीपी मुख्यालय ने वाराणसी पुलिस से इस व्यवस्था का कांसेप्ट नोट, कार्रवाई की प्रक्रिया व ब्योरा लिया है। जिसका परीक्षण कराया जा रहा है। इस व्यवस्था को अधिक प्रभावशाली बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है।

अधिकारियों के भी हुए चालान
एसएसपी वाराणसी ने बताया कि लोगों के द्वारा भेजी गई तस्वीरों के आधार पर पुलिस अधिकारियों, पुलिसकर्मियों, मीडियाकर्मियों, वकीलों, नेताओं व अन्य विभाग के अधिकारियों के वाहनों के चालान भी किए गए हैं।
 

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