उत्तर प्रदेश में बारिश से कहीं राहत, कहीं आफत
उत्तर प्रदेश में मानसून सक्रिय होने के साथ ही रिमझिम बारिश से जहां मौसम सुहाना हो गया है, वहीं कई जिलों में नदियों में बढ़े जलस्तर ने बाढ़ के खतरे की घंटी बजा दी है। बाराबंकी और गोंडा में एल्गिन ब्रिज और चरसड़ी तटबंध कटने का खतरा पैदा हो गया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मानसून सक्रिय होने के साथ ही रिमझिम बारिश से जहां मौसम सुहाना हो गया है, वहीं कई जिलों में नदियों में बढ़े जलस्तर ने बाढ़ के खतरे की घंटी बजा दी है। बाराबंकी और गोंडा में एल्गिन ब्रिज और चरसड़ी तटबंध कटने का खतरा पैदा हो गया है। गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर में बाढ़ का पानी घरों में घुसने लगा है। दूसरी ओर बारिश के दौरान पेड़ और मकान गिरने से पूर्वी उत्तर प्रदेश में चार और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक मौत हो गई। एक दर्जन लोग घायल हो गए।
बारिश और बैराज का पानी छोड़े जाने की वजह से बाराबंकी में रायपुर मांझा गांव के निकट बनाए गए स्परों में तेज कटान शुरू हो गई है जिससे चरसड़ी तटबंध को बीस मीटर दूर घाघरा से खतरा पैदा हो गया है। पुलिस बल आसपास के 13 गांवों को खाली कराने में जुटा है। परसावल गांव का जूनियर हाईस्कूल कटकर नदी में समा गया है। यहां गृहस्थी लादकर आ रहे किसान कंधई की नाव डूब गई। हालांकि किसान का परिवार बाल-बाल बच गया। गोंडा के कर्नलगंज क्षेत्र में भी एल्गिन और चरसड़ी तटबंध के पांच स्परों में कटान तेज हो गई है। घाघरा लहरें तटबंध को बचाने के लिए किए गए जुगाड़ (जियो ट्यूब) को बहा ले गई हैं। रायपुर के ग्रामीणों ने पलायन शुरू कर दिया है। बहराइच में महसी तहसील के कायमपुर गांव के लोग भी पलायन करने लगे हैं। सीतापुर मेें शारदा व घाघरा ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। कई गांवों के दर्जनों मकान नदी में समा गए हैं। लखीमपुर के पलिया में शारदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 150 सेंटीमीटर ऊपर है। बलिया में घाघरा नदी बेकाबू होने लगी है। सोमवार को उसके जलस्तर में प्रति घंटा दस सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई। पानी पिछले 24 घंटे में 510 सेंटीमीटर बढ़ चुका है।
बारिश ने मचाई तबाही
वाराणसी मेंमकान ढहने से पान विक्रेता ओमप्रकाश की मौत हो गई। आजमगढ़ में बारिश के दौरान सड़क पर गिरे पेड़ से टकरा जाने से बाइक सवार दो युवकों ने दम तोड़ दिया। भदोही में निर्माणाधीन मकान गिरने से दबकर एक बालक की मौत हो गई। मेरठ में मकान गिरने से एक परिवार के कई सदस्य दबकर घायल हो गए जबकि एक बुजुर्ग की मौत हो गई। बागपत में मकान के मलबे में दो बच्चे दबकर घायल हो गए। जौनपुर व चंदौली में भी चार लोग मकान गिरने से घायल हो गए।
कहीं रिमझिम वर्षा तो कहीं इंतजार
मुरादाबाद में बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया। हालांकि कुछ समय बाद निकली धूप से उमस बढ़ गई। आगरा को मानसून की दस्तक का इंतजार है। यहां गर्मी और उमस से लोग बेहाल हैं। मैनपुरी में दो घंटे की बारिश ने मौसम को खुशनुमा बना दिया। बरेली में पूरे दिन कभी तेज तो कभी हल्की वर्षा होती रही। अलीगढ़ में हल्की बंूदाबांदी के बाद आसमान पर घने बादल छाए रहे। दूसरी ओर इलाहाबाद, गोरखपुर, लखनऊ, बनारस और कानपुर के साथ ही बुंदेलखंड में रिमझिम बारिश का दौर शुरू रहा।