भाजपा सांसद श्यामाचरण गुप्ता के सुर भी जबरदस्त बगावती
उरई के कालपी में इलाहाबाद के भाजपा सांसद श्यामाचरण गुप्ता के सुर भी बगावती दिखने लगे हैं। उनके तवर काफी तल्ख हैं।
इलाहाबाद (जेएनएन)। अनुशासित पार्टी माने जाने वाली भाजपा के कुछ सांसदों के स्वर तीखे हो चले हैं। दलित राजनीति की आहट के बाद से एक-एक कर चार दलित सांसद भाजपा के खिलाफ बगावती सुर में नजर आए। इससे इतर आज भाजपा के गैर-दलित सांसद का नाम भी सामने आ गया। लोकसभा चुनाव सन्निकट देख अपनी ही पार्टी के खिलाफ उनके बगावती तेवर बहुत कुछ कहते दिख रहे हैं। पार्टी के खिलाफ अब मुखर हुए हैं इलाहाबाद के भाजपा सांसद श्यामाचरण गुप्ता। रविवार को कालपी में एक कार्यक्रम में भाग लेने आए सांसद श्यामाचरण ने कहा कि वैश्य समाज के लोग भी गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। उन्हें भी आरक्षण मिलना चाहिए, नहीं तो वैश्य समाज भी सड़कों पर उतरना जानता है।
किसने बोया किसने काटा की गणित
जालौन में अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद की नगर इकाई के शपथ ग्रहण एवं सम्मान समारोह में श्यामाचरण ने कहा कि भाजपा वैश्य समाज को बंधुआ मजदूर समझती है लेकिन, बंधुआ मजदूर जब आरी चलाता है तो खूंटा भी उखाड़ ले जाता है। उन्होंने कहा कि देश को स्वतंत्र कराने में महात्मा गांधी ने परिश्रम किया और लाभ नेहरू ने लिया। वहीं, राम नाम का बीज अशोक सिंघल ने बोया और अटल बिहारी वाजपेयी ने फसल काट लिया। कहा, वैश्य समाज के लोग एक हों और अंतरगोत्रीय विवाह करें जिससे टैक्स देने के बावजूद उनका उत्पीडऩ न हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि वैश्य समाज ने अपना नेता चुन लिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष सुमंत गुप्ता जहां कहेंगे उसी ओर समाज चलेगा।