पुरानी पेंशन बहाली को लेकर उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मियों की महा हड़ताल 25 से

राजधानी स्थित इको गार्डन पर कर्मचारी महासंघ, राज्य ग्रमीण सफाई कर्मचारियों और पीआरडी जवानों ने अपनी-अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 23 Oct 2018 01:14 PM (IST) Updated:Tue, 23 Oct 2018 01:14 PM (IST)
पुरानी पेंशन बहाली को लेकर उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मियों की महा हड़ताल 25 से
पुरानी पेंशन बहाली को लेकर उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मियों की महा हड़ताल 25 से

लखनऊ(जेएनएन)। पुरानी पेंशन बहाली समेत राज्य कर्मचारियों की 14 सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को कई विभागों के कर्मचारियों ने धरना दिया। 25-27 अक्तूबर तक घोषित हड़ताल को सफल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के संरक्षक लल्लन पांडेय के आह्वान पर इको गार्डन में रैली आयोजित हुई। चेतावनी रैली में कर्मचारियों ने मांगो के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश मिश्रा ने कहाकि कुछ संगठन सरकार के साथ साठगांठ कर कर्मचारियों के हितों की अनदेखी कर रहे हैं। कर्मचारियों को जब तक पुरानी पेंशन नहीं मिलेगी विरोध जारी रहेगा। 

इससे पहले सुबह से ही गार्डन में जुलूस के रूप में कर्मचारियों के आने का क्रम शुरू हो गया था। महासंघ के प्रदेश प्रवक्ता सीपी श्रीवास्तव ने कहा कि कर्मचारियों की जायज मांगों पर सरकार को विचार करना चाहिए। पेंशन उनका हक है, इसके बावजूद उन्हें पेंशन से वंचित करने की साजिश की जा रही है। धरने में अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी महासंघ के वाइस चेयरमैन एसपी सिंह, आरएस यादव, सुरेेंद्र लाल श्रीवास्तव, जेपी पांडेय, सुधांशु शर्मा, माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओपी शर्मा के अलावा लोक निर्माण विभाग मिनिस्टीरियली एसोसिएशन के अलावा कई कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधि शामिल हुए। 

पीआरडी जवानों ने मांगा होमगार्ड के समान भत्ता
होमगार्ड के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने वाले पीआरडी जवानों को होमगार्ड के मुकाबले आधा मानदेय मिलता है। इसकी वजह से उनके अंदर जहां हीनता की भावना घर कर गई है तो दूसरी ओर उन्हें परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। राज्यपाल से लेकर मुख्यमंत्री और फिर विभागीय कर्मचारियों तक से गुहार लगा चुके पीआरडी जवानों की किसी ने नहीं सुनी। इससे गुस्साए जवानों ने मंगलवार को इको गार्डन धरना देकर होमगार्ड के सामन मानदेय व भत्ता देने की मांग की।

पीआरडी मानदेय कर्मचारी वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राम नरेश यादव ने कहा कि प्रदेश में 36644 जवानों की सक्रियता के बावजूद सभी को काम नहीं मिल रहा है। जहां ड्यूटी लग रही है वहां उनका मानदेय होमगार्ड के मुकाबले आधा है। ऐसे में जवानों को परिवार चलना मुश्किल हो रहा है। युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों की गलत नीतियों का खामियाजा जवानों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसे में पीआरडी जवानों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाय और जवानों को पूरे वर्ष ड्यूटी में लगाया जाए। पांच सूत्री मांगे जब तक पूरी नहंी होंगी जवानों का धरना जारी रहेगा। धरने में रामा प्रसाद तिवारी के अलावा प्रदेश के सभी जिलों से आए हजारों जवान शामिल हुए। 

ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को मिले ग्रेड पे
पंचायतों में तैनात ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने ग्रेड पे 1900 करने और पदनाम परिवर्तित करने समेत आठ सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को इको गार्डन में धरना दिया। उप्र पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के आह्वान पर जुटे कर्मचारियों ने मांग पूरी होने तक धरना देने का एलान किया। संघ के संरक्षक रामराज दुबे ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के हितों के साथ अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सफाई कर्मचारियों का पदनाम बदलने से सरकार पर कोई बोझ नहीं आने वाला, इसके बावजूद सरकार ध्यान नहीं दे रही है। धरने में रामेंद्र कुमार, मुकेश मेहरोत्रा, गुड्डू चौहान, रवि बघेल, चंद्र पाल सिंह के अलावा अलीगढ़, आगरा व मेरठ मंडल के कर्मचारी शामिल हुए।

राज्य कर्मियों की पुरानी पेंशन बहाली हड़ताल को लेकर शिक्षक भी लामबंद हैं।25-27 अक्तूबर तक घोषित हड़ताल को सफल बनाने के लिए मंगलवार को 14 सूत्री मांगों को लेकर कर्मचारियों ने इको गार्डन में चेतावनी भरी हुंकार भरी। दूसरी तरफ राज्य ग्रमीण सफाई कर्मचारियों ने यहीं पर अपनी आठ सूत्री मांगों को लेकर क्रमिक अनशन शुरू किया। वहीं, चार कदम की दूरी पर प्रदेश भर से आये पीआरडी जवानों ने होमगार्ड के समान भत्ता दिए जाने की मांग को लेकर जबदस्त प्रर्दशन किया।

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