Sri Krishna Janmashtami 2018 : राधारमण मंदिर में शरू हुआ महाभिषेक

भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर वृन्दावन के सप्तदेवालायों में शामिल राधारमण मंदिर में सोमवार सुबह 10 बजे ठाकुरजी का महाभिषेक शुरू हुआ।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Mon, 03 Sep 2018 10:23 AM (IST) Updated:Mon, 03 Sep 2018 02:09 PM (IST)
Sri Krishna Janmashtami 2018 : राधारमण मंदिर में शरू हुआ महाभिषेक
Sri Krishna Janmashtami 2018 : राधारमण मंदिर में शरू हुआ महाभिषेक

लखनऊ (जेएनएन)। भगवान श्रीकृष्ण के प्रकटोत्वस यानी जन्मदिन पर आज प्रदेश के मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। उनके जन्मस्थान मथुरा में आज मंदिरों में विशेष आयोजन किया गया है।

भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर वृन्दावन के सप्तदेवालायों में शामिल राधारमण मंदिर में सोमवार सुबह 10 बजे  ठाकुरजी का महाभिषेक शुरू हुआ। भगवान श्रीकृष्ण का दुनियाभर में रात में, जबकि राधारमण मंदिर में दिन में जम्मोत्सव मनाने की परंपरा है। 

मंदिर परंपरा के अनुसार मंदिर सेवायतों ने ठाकुरजी के प्राक्टयकर्ता आचार्य गोपाल भट्ट की परंपरा का निर्वहन करते हुए ठीक सुबह 10 बजे ठाकुरजी का महाभिषेक शुरू कर दिया। ठाकुरजी को चांदी की चौकी पर विराजमान करवाया गया, इसके बाद धूप आरती वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया।

सेवायतों ने दुग्धाभिषेक शुरू किया। करीब तीन घंटे चलने वाले महाभिषेक में सेवायत ठाकुर जी का सवा मन दूध, दही, घी, बुरा, शर्करा, शहद और 56 प्रकार की जड़ीबूटियों से महाभिषेक करेंगे। महाभिषेक के बाद ठाकुरजी की आरती उतारकर काले तिल का प्रसाद अर्पित किया जाएगा। ठाकुर जी को  56 भोग परोसे जाएंगे। राधारमण मंदिर में जन्मोत्सव का दर्शन करने को देश दुनिया से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। मंदिर में भीड़ जमा है। मंदिर राधा रमण जी के जय घोष से गूंज रहा है।

मंदिरों में उमड़ा भक्तों का सैलाब, मथुरा में विशेष आयोजन

प्रदेश में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जा रही है। लखनऊ, मेरठ, गोरखपुर, इलाहाबाद, वाराणसी के साथ ही अन्य सभी बड़े शहरों के साथ कस्बों के मंदिरों में भी भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। इस मौके पर आज भगवान श्रीकृष्ण के घर मथुरा में खास तैयारियां हैं। उनके दर्शन के लिए देश तथा विदेश के के कोने-कोने से श्रद्धालु मथुरा-वृन्दावन एवं ब्रज के अन्य धर्मस्थलों की ओर उमड़ रहे हैं।

गोरखपुर में कल रात को ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियों का जायजा लिया। मुरादाबाद के मंदिर भी धूमधाम से भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मना रहे हैं। यहां पर बाल गोपाल को दूध से नहलाया जा रहा है।

यशोदा के लाल और भगवान विष्णु के आठवें अवतार माने जाने वाले श्रीकृष्ण का आज जन्मदिन है। हर वर्ष की तरह इस बार भी पूरा देश श्रीकृष्ण जन्माष्टमी बड़े धूमधाम से मना रहा है। इस बार इस त्योहार को दो दिनों तक मनाया जा रहा है, कुछ हिस्सों में कल मनाया गया हालांकि अधिकतर हिस्सों में आज ही इसका जश्न मना रहे हैं। कल रात ही मथुरा, वृंदावन, वाराणसी समेत देश के कई बड़े मंदिरों में रौनक लगनी शुरू हो गई। हर जगह भक्तों का तांता लग गया। आज देश के कई हिस्सों में कई बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

जन्मभूमि में भी जन्माष्टमी की रौनक

देश भर में आज भगवान कृष्ण का जन्म उत्सव जन्माष्टमी आज धूमधाम से मनाया जा रहा मथुरा से लेकर द्वारका तक कृष्ण मंदिरों में रौनक है। कृष्ण की नगरी मथुरा में भी जन्माष्टमी की रौनक है। जन्माष्टमी के मौके पर देश-विदेश से भक्तों की भारी भीड़ यहां एकत्र है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि समेत सभी बड़े मंदिरों में आज जन्मोत्सव मनाया जाएगा। देश के विभिन्न हिस्सों से आ रहे श्रद्धालुओं का कल से ही मथुरा में तांता लगा हुआ है। कल से ही मथुरा-वृन्दावन की ओर आने वाले हर मार्ग पर लगातार जाम की स्थिति बनी हुई है।

भक्त लोग मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान, द्वारिकाधीश मंदिर, वृन्दावन के बांकेबिहारी, राधावल्लभ लाल, शाहबिहारी, राधारमण, अंग्रेजों के मंदिर के नाम से प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर, 21वीं सदी में बनाए गए स्नेह बिहारी व प्रेम मंदिर, बरसाना के लाडि़ली जी, नन्दगांव के नन्दबाबा मंदिर, गोकुल के नन्दभवन आदि की ओर पैदल ही जा रहे हैं। यहां तो हर तरफ कान्हा के जन्म को लेकर उल्लास छाया हुआ है। जगह-जगह प्रभु का प्रसाद बांटा जा रहा है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर सुरक्षा के खासे प्रबंध हैं। मथुरा-वृन्दावन नगर निगम की ओर से श्रीकृष्ण जन्मस्थान की ओर जाने वाले हर चौराहे- रास्ते को बड़ी ही शिद्दत से सजाया गया है।

सोमवार की रात्रि में भगवान के जन्म के अवसर 12.00 बजे से 12.10 बजे तक प्रकट्योत्सव, 12.15 से 12.30 बजे तक महाभिषेक कराया जाएगा। तत्पश्चात 12.40 से 12.50 बजे तक श्रृंगार आरती और फिर 1.30 बजे तक दर्शन होंगे। द्वारिकाधीश मंदिर में सुबह 6.00 से 6.15 बजे मंगला, 6.30 से श्रृंगार व 8.30 बजे से ग्वाल राजभोग के दर्शन होंगे। शाम को 7.30 बजे से भोग संध्या आरती और शयन के दर्शन होंगे। इसके बाद रात को 10 बजे से जागरण और 11.45 बजे भगवान जन्म के दर्शन होंगे.। दक्षिण भारतीय परंपरा के रंगजी मंदिर में सोमवार रात जन्मोत्सव मनाने के बाद अगले दिन नंदोत्सव के दौरान मेला का आयोजन होगा। अन्य मंदिरों में जन्माष्टमी के लिए तैयारियां की गयी हैं।

इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता ने बताया कि जन्मोत्सव पर अष्टप्रहर आरती होगी। लंदन में तैयार हुई ठाकुरजी की पोशाक धारण कराई जाएगी। नौ बजे से हरिनाम संकीर्तन के साथ बारह बजे तक ठाकुरजी का महाभिषेक होगा। इसके बाद महाआरती होगी। ब्रज के हर घर में कान्हा के जन्म का उत्सव मनाया जाएगा। यहां परंपरा है कि दिन भर व्रत रखकर मध्य रात्रि में खीरे का चीरा लगाकर शालिग्राम की बटिया के रूप में ठाकुर के जन्म की परंपरा निभाई जाती है। जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने बताया, 'कृष्ण जन्माष्टमी से संबंधित सारी व्यवस्थाएं पूरी हैं। श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर सहित पूरे शहर को तीन जोन व 16 सेक्टर में बांटकर तीन हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। 

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