विश्व फोटोग्राफी दिवस: सुकून से जुनून तक, यू-ट्यूब से ज्ञान बटोर लड़कों को ऐसे दे रही चुनौती

क्रिएटिव माइंड हो जाते हैं और ज्यादा एक्टिव। ग‌र्ल्स के लिए चैलेजिंग है फोटोग्राफी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Aug 2018 03:26 PM (IST) Updated:Sun, 19 Aug 2018 03:26 PM (IST)
विश्व फोटोग्राफी दिवस: सुकून से जुनून तक, यू-ट्यूब से ज्ञान बटोर लड़कों को ऐसे दे रही चुनौती
विश्व फोटोग्राफी दिवस: सुकून से जुनून तक, यू-ट्यूब से ज्ञान बटोर लड़कों को ऐसे दे रही चुनौती

लखनऊ[कुसुम भारती]। फोटोग्राफी शौक नहीं मन की शांति है। इसके लिए हिम्मत नहीं नजरिया चाहिए। सुकून से जुनून तक का सफर महिलाओं ने ऐसा तय किया कि लड़कों को भी चुनौती दे रही हैं। शहर में ऐसी कई लड़कियां ही हैं जो इस फील्ड में आगे बढ़ रही हैं। ऐसी ही कुछ अलग करने की चाहत रखने वाली लड़कियों ने साझा किए अपने अनुभव। दैनिक जागरण की रिपोर्ट..

यू-ट्यूब की मदद से सीखी फोटोग्राफी:

शिष्टा मौर्या कहती हैं, मैंने 2013 में शौकिया फोटोग्राफी शुरू की थी। शुरू में इंटरनेट, यू-ट्यूब वगैरह की मदद से फोटोग्राफी सीखी। एक साल बाद प्रोफेशनल फोटोग्राफर के तौर पर काम शुरू कर दिया। आज पोर्टफोलियो बनाने के साथ ही वेडिंग शूट भी करती हूं। मैंने एक एनआरआइ कनाडाई मॉडल का भी पोर्टफोलियो बनाया है। सारे खर्च निकालकर करीब 30 से 50 हजार रुपये की अर्निग हो जाती है। भविष्य में फैशन फोटोग्राफर बनना उनका सपना है। आर्थिक रूप से कमजोर और फोटोग्राफी सीखने के इच्छुक लोगों को मैं फ्री में सिखाने को भी तैयार रहती हूं।

फीमेल फोटोग्राफर की है डिमांड:

फोटोग्राफी को प्रोफेशन बनाने वाली उदीषा सिंह कहती हैं, मैंने 2012 में मुंबई में शालिनी राव के अंडर में फोटोग्राफी सीखी। फिर निजी तौर पर काम शुरू किया। वर्ली स्थित एक कैफे में सेलेब्रिटीज आते रहते थे जिनमें नरगिस फाकरी, सिंगर शिवानी दांडेकर, रब्बी शेरगिल, वीजे अनुषा दांडेकर जैसी हस्तियों को कवर किया। 2012 में लैक्मे फैशन वीक में जब मैं पहली बार इवेंट कवर करने गई तो वहां मौजूद मेल फोटोग्राफर ने मुझे पीछे धकेलना शुरू किया और कहने लगे कि तुम कहां चली आई। मैंने जवाब दिया कि मैं भी प्रोफेशनल फोटोग्राफर हूं और इसे कवर करने आई हूं। अब यहां पर बतौर प्रोफेशनल फोटोग्राफर वेडिंग शूट, प्री-वेडिंग शूट, इवेंट आदि कवर करती हूं। उस वक्त बहुत अच्छा लगता है जब लोग यह कहते हैं कि हमें तो फीमेल फोटोग्राफर से ही फोटो शूट कराना है। तब लगता है कि शहर में हमारी भी डिमांड है।

नजरिए की बात है:

आम इंसान के बनिस्बत एक प्रोफेशनल फोटोग्राफर का नजरिया थोड़ा डिफरेंट होता है। कुछ ऐसा मानना है प्रोफेशनल फोटोग्राफर अदिति घिल्डियाल का। एक फोटोग्राफर चीजों को हर एंगल से अपने कैमरे में कैद करता है। अब तो लोग आउटडोर शूट कराना ज्यादा पसंद करते हैं इसलिए इसमें अच्छी अर्निग हो जाती है। फोटोग्राफी मेरा पैशन है। वह कहती हैं, आज इस फील्ड में लड़कियां बेहतर कॅरियर बना रही हैं।

अच्छा फ्रेम देखकर मन मचल उठता है:

जूबी हुसैन कहती हैं, फोटोग्राफी बचपन से मेरा शौक रहा है। कैमरा हाथ में आते ही नेचर को कैमरे में कैद करने के लिए मन मचल उठता था। शौक ने कब कॅरियर का रूप ले लिया पता ही नहीं चला। मैं अपने काम को लेकर बहुत संजीदा रहती हूं। फिलहाल इस फील्ड में लड़कियों की कमी है, पर आने वाले समय में हम सबसे आगे होंगे। यहां मिलता है स्पेशल अटेंशन :

कभी शादी-ब्याह में मेल फोटोग्राफर ही फोटो खींचते नजर आते थे, लेकिन अब ट्रेंड बदल चुका है। आज फीमेल फोटोग्राफर भी वेडिंग फोटो कैप्च¨रग का काम कर रही हैं, बल्कि उन्हें तो स्पेशल अटेंशन दिया जाता है। यह कहना है सौम्या अग्रवाल का। वह कहती हैं, पिछले कई सालों से बतौर प्रोफेशनल फोटोग्राफर काम कर रही हैं। अब तक तीन वेडिंग, चार इंगेजमेंट कवर कर चुकी हूं। फीमेल फोटोग्राफर होने के नाते फोटो कैप्च¨रग में लोगों की स्पेशल अटेंशन और रेस्पेक्ट भी मिलती है। खासतौर से मुस्लिम वेडिंग में महिलाएं काफी कंफर्टेबल फील करती हैं और अब तो लोग फीमेल फोटोग्राफर ही प्रिफर करने लगे हैं। फ्यूचर में पोट्र्रेट फोटोग्राफी करना चाहती हूं। शुरू में घरवालों ने समझाया था कि यह फील्ड तुम्हारे लिए ठीक नहीं है, लेकिन फिर भाई ने ही कैमरा गिफ्ट किया। आज इसके जरिए अच्छी कमाई कर रही हूं।

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