सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साधा सरकार पर निशाना, कहा- यूपी में कोविड-19 के इलाज की सुविधा नहीं

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में स्वास्थ्य सेवाएं स्वयं बुरी तरह बीमार हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि सत्ता दल के ही एक दर्जन मंत्री व विधायक कोविड-19 की चपेट में हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 06 Aug 2020 08:42 PM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 08:42 PM (IST)
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साधा सरकार पर निशाना, कहा- यूपी में कोविड-19 के इलाज की सुविधा नहीं
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साधा सरकार पर निशाना, कहा- यूपी में कोविड-19 के इलाज की सुविधा नहीं

लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं स्वयं बुरी तरह बीमार हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि सत्ता दल के ही एक दर्जन मंत्री एवं विधायक कोविड-19 की चपेट में हैं। एक कैबिनेट मंत्री की मृत्यु हो चुकी हैं। भाजपा सरकार ने साढ़े तीन वर्ष में कौन सी मेडिकल सुविधाएं विकसित की हैं। उत्तर प्रदेश में जो भी मेडिकल कॉलेज हैं, वे सभी समाजवादी सरकार में बने थे। भाजपा सरकार ने एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं बनाया। कोविड-19 के इलाज की उचित व्यवस्था तक नहीं है।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इससे लोगों में भय व्याप्त है और मनोवैज्ञानिक रूप से वे हताशा के शिकार हो रहे हैं। लगातार पांच महीनों से तमाम प्रतिबंधों में रहते हुए परिवार परेशान हो रहे हैं। सैकड़ों आत्महत्या करने को मजबूर हुए हैं। बच्चों के स्कूल-कॉलेज बंद चल रहे हैं। भाजपा सरकार के तमाम दिशा निर्देशों का पालन भी धीरे-धीरे घटता जा रहा है। अस्पतालों में मरीजों को ओपीडी में इलाज मिलना मुश्किल हो गया है। यहां तक कि गंभीर मरीज भी इलाज के लिए घंटों तड़पते रहते हैं।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री की दिक्कत यह है कि उनके बयान तो बहुत दिखते हैं किंतु जमीनी स्तर पर उनका कहीं पालन होते नहीं दिखाई देता है। गोरखपुर में स्वास्थ्यकर्मियों को भोजन नहीं मिलने और बरेली में सैनिटाइजर खरीद में भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं। वहीं, बदायूं में क्वारंटीन सेंटर पर मरीज भूख से तड़प रहे हैं। फतेहपुर में चारपाई पर एंबुलेंस सेवा का दर्दनाक दृश्य दिखा है। राज्य में एंबुलेंस तक का अकाल पड़ गया है। लखनऊ के तेलीबाग क्षेत्रवासी एक डॉक्टर की कोराना से मौत के 17 घंटे बाद भी शव वाहन नहीं मिला। इस बदहाली के लिए भाजपा सरकार स्वयं जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान बीमारी से निबटने में नहीं है।

chat bot
आपका साथी