प्रदूषण बढ़ते ही कोच में बजेगा अलार्म, स्मार्ट कोच में ये सुविधाएं होंगी खास

रायबरेली स्थित मॉडर्न कोच फैक्ट्री में तैयार हो रहे स्मार्ट कोच जल्द दौड़ेंगे विमान की तरह ब्लैक बॉक्स लगे कोच एयर क्वालिटी मॉनीटर और इमरजेंसी टॉक बैक बटन जैसे कई फीचर्स से लैस।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 12:01 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 12:01 PM (IST)
प्रदूषण बढ़ते ही कोच में बजेगा अलार्म, स्मार्ट कोच में ये सुविधाएं होंगी खास
प्रदूषण बढ़ते ही कोच में बजेगा अलार्म, स्मार्ट कोच में ये सुविधाएं होंगी खास

लखनऊ, (निशांत यादव)। यात्री कोच के भीतर वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए सेंसर लगाए जा रहे हैं। प्रदूषण बढ़ते ही अलार्म बज उठेगा। प्रदूषण के कारणों को चिन्हित कर इनका तत्काल निराकरण किया जा सकेगा। इसी तरह यदि किसी यात्री का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ जाए और उसे जल्द से जल्द मदद की जरूरत आ पड़े, तो इसके लिए इमरजेंसी टॉक बैक बटन की सुविधा दी जा रही है। रायबरेली स्थित मॉडर्न कोच फैक्ट्री में तैयार हो रहे स्मार्ट कोच में ऐसी कई नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं। 

यह फीचर्स तेजस जैसी कॉर्पोरेट ट्रेनों में फिट किए जा चुके हैं। जल्द ही हमसफर और कुछ चुनिंदा एक्सप्रेस ट्रेनों में रेलवे इस तरह के स्मार्ट कोच लगाएगा। माडर्न कोच फैक्ट्री (एमसीएफ) रायबरेली ने स्मार्ट कोच वाले हमसफर एक्सप्रेस के कुछ रैक तैयार कर दक्षिण रेलवे को सौंप भी दिए हैं। कोच फैक्ट्री स्मार्ट बोगियों का ट्रायल भी कर चुकी है। उत्साहजनक नतीजे आने के बाद ही हमसफर रैक के स्मार्ट कोच को अपग्रेड किया जा रहा है।
नई यात्री बोगियों में एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग और अलार्म का फीचर कोरोनो संक्रमण के दौर में महत्वपूर्ण कहा जा सकता है। इसी तरह इमरजेंसी टॉक बैक बटन भी महत्वपूर्ण है। एयर क्वालिटी मॉनटरिंग और अलार्म सिस्टम सेंसर पर काम करता है। कोच के भीतर वायु की गुणवत्ता के तय मानक से बाहर जाते ही अलार्म बज उठेगा, जिससे यात्रियों और स्टाफ को सूचना मिल जाएगी और वे तत्काल सतर्क हो सकेंगे। वहीं, इमरजेंसी टॉक बैक बटन सीट के निकट ही लगाया गया है। स्वास्थ्य बिगडऩे पर यात्री इसे दबाकर स्टाफ से तत्काल मदद मांग सकता है। बटन दबाने पर सीधे सुपरवाइजर से संपर्क हो सकेगा, जो यात्री की सेवा में फौरन उपलब्ध होगा। इससे आपात परिस्थितियों में यात्री या सहयात्री को परेशान नहीं होना पड़ेगा। माना जा रहा है कि इस बटन से ट्रेनों को रोकने के लिए चेन पुलिंग की घटनाएं भी कम हो जाएंगी। 
 एसी स्लीपर बोगियों में तेजस की तरह वाई-फाई आधारित इंफोटेनमेंट सिस्टम होगा, जो ऑन डिमांड वीडियो उपलब्ध कराएगा। इतना ही नहीं माडर्न कोच फैक्ट्री ने कुछ कंपनियों के साथ मिलकर मोबाइल और टैब के लिए एप, गेम और इंटरटेनमेंट के नए फीचर जोड़े हैं। इस स्मार्ट रैक में पानी के लेवल की जांच के लिए भी सेंसर लगे हैं। चलती ट्रेन में यदि पानी की कमी होती है तो उसे भरने के लिए यह अगले स्टेशन को एसएमएस कर देगा। शौचालय को भी और सुविधाजनक बनाया गया है। इसमें यूरिनल के अलावा बच्चों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। शौचालय की दुर्गंध को समाप्त करने के लिए स्मार्ट कोच में ऑटोमेटिक कंट्रोल डिस्पेंसर भी लगाए गए हैं। आग रोकने के लिए पुख्ता बंदोबस्त हैं। अलर्ट करने वाले उपकरण लगाए गए हैं। साइड लोअर की बर्थ को दो हिस्सों की जगह एक ही लेयर में तैयार की गई है, जिससे यात्रा के दौरान यात्री को दो सीटों के बीच आने वाले अंतराल के कारण पीठ दर्द का सामना न करना पड़े। 
मॉडर्न कोच फैक्ट्री, रायबरेली के सीपीआरओ वीके दुबे ने बताया कि बोगी के भीतर वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए सेंसर सहित कई तरह की सुविधाओं से लैस नए स्मार्ट कोच वाला रैक माडर्न कोच फैक्ट्री ने बनाया है। इसे दक्षिण रेलवे को रवाना किया गया है। इसके तमाम फीचर्स सुरक्षित और आरामदायक सफर के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
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