बड़े काम करते है वास्तु शास्त्र के छोटे उपाय

फिक्की फ्लो की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वास्तु गुरु ने दिए टिप्स।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 30 Oct 2018 03:25 PM (IST) Updated:Tue, 30 Oct 2018 03:25 PM (IST)
बड़े काम करते है वास्तु शास्त्र के छोटे उपाय
बड़े काम करते है वास्तु शास्त्र के छोटे उपाय

लखनऊ (दुर्गा शर्मा)। स्वास्थ्य, समृद्धि और मन की शांति का सीधा संबंध वास्तु शास्त्र से है। वास्तु के अनुसार घर में रखी हर एक वस्तु उसमें रहने वाले लोगों को प्रभावित करती है। घर अथवा किसी भी निर्माण कार्य के प्राचीन भारतीय विज्ञान की अहमियत आज भी उतनी ही है।

सोमवार को फिक्की फ्लो की ओर से गोखले मार्ग स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में वास्तु गुरु विमल झाझरिया ने वास्तु शास्त्र के छोटे उपायों से बड़े कामों की सिद्धि पर बात की। इसमें फिक्की फ्लो की अध्यक्ष रेणुका टंडन, अंजू नारायण, पूजा गर्ग, देवांशी सेठ, रितु माथुर, वंदिता अग्रवाल, अरुशी टंडन और दीपाली चोपड़ा आदि मौजूद रहे।

शुभता का श्री गणेश 

घर में बैठे हुए गणेश जी और कार्यस्थल पर खड़े गणपति जी का चित्र लगाना चाहिए। खड़े गणपति जी के दोनों चरण जमीन को छूते हुए होने चाहिए। घर या कार्यस्थल पर गजानन की प्रतिमा अथवा चित्र लगाते समय ध्यान रखना चाहिए कि इनका मुख दक्षिण दिशा में ना हो। सफेद रंग के गणोश जी की मूर्ति और चित्र सुख, शांति और समृद्धि लाते हैं। वहीं सिंदूरी रंग के लंबोदर की आराधना सर्व मंगल के लिए अनुकूल होती है। प्रतिमा या चित्र लगाते समय यह देखें कि गणेश जी की सूंड देखने में ‘ग’ अक्षर की तरह लगे।

मुख्य द्वार से समृद्धि की शुरुआत

घर के मुख्य द्वार से ही समृद्धि की शुरुआत हो जाती है। पुराने समय में और आज भी गाय के गोबर से घर का लेपन किया जाता रहा है। इसमें लक्ष्मी का वास माना गया है। केवल शुभ अवसरों पर ही नहीं, हर रोज घर के मुख्य द्वार पर ताजे फूल और पत्तियों का बंधनवार सजाएं। रंगोली बनाएं तो और बेहतर होगा।

स्वास्तिक बनाते समय रखें ख्याल 

स्वास्तिक बिल्कुल चौकोर होना चाहिए। चोर बिंदुओं के प्रयोग बिना यह अधूरा होता है। इसके कोनों में कोई डिजाइन आदि नहीं देनी चाहिए।

इन बातों का रखें ध्यान  घड़ी बदलेगी आपका समय : घर में बंद, गलत समय बताती और टूटी-फूटी घड़ियों को मत रखें। इससे पॉजीटिव एनर्जी कम होने लगती है। घर के मेनगेट या दरवाजे के ऊपर घड़ी लगाना भी ठीक नहीं होता है, इससे तनाव बढ़ता है। घड़ी को घर की पूर्व, पश्चिम या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए। पुराने जूते-चप्पल कर दें बाहर : पुराने जूते-चप्पलों को घर से बाहर कर दें। ये घर में नकारात्मक ऊर्जा और दुर्भाग्य लाते हैं। सीढ़ियों के नीचे पड़े बेकार के सामानों को भी हटा दें। इसी तरह घर की छत पर भी कबाड़ नहीं रखना चाहिए। न रखें खंडित मूर्तियां : देवी-देवता की खंडित मूर्ति या तस्वीर की पूजा नहीं करनी चाहिए। ना ही खंडित मूर्ति और फटी हुई भगवान की तस्वीर को घर में रखें। इसी तरह से घर में टूटा हुआ शीशा भी नहीं रखना चाहिए। शीशों पर दाग-धब्बे नहीं होने चाहिए।  पर्स से गैर जरूरी चीजें हटा दें : गैर जरूरी चीजों को कभी पर्स में नहीं रखना चाहिए। अपने पर्स और ऑफिस बैग की सफाई करना ना भूलें।

वास्तु गुरु विमल झाझरियाकुछ ने बताए कुछ आसान उपाय  आमदनी बढ़ाने के लिए घर की तिजोरी में देवी लक्ष्मी की मूर्ति या फोटो रखें। चांदी या सोने का सिक्का भी लक्ष्मी जी का प्रतीक मानकर रखा जा सकता है। अगर ये नहीं कर पा रहे हैं तो एक पात्र में सिक्के रख दें। ध्यान रखें कि जैसा पात्र हो वैसे ही सिक्के हों। खास तौर पर घर का मुख्य द्वार सुबह और शाम को खुला रखें। घर के बीच के हिस्से में या जहां से घर में सूर्य की रोशनी आती हो उसको खुला रखें। संध्या के समय घर के मुख्य द्वार के दोनों कोनों पर दीपक लगाएं। साथ ही घर के मंदिर में और पानी रखने की जगह पर दीपक जलाएं।

रंगों का भी अपना महत्व  हल्का नीला और हरा रंग : घर के ड्राइंग रूम में इनका प्रयोग करना चाहिए। हल्के नीले रंग का बाथरूम भी वास्तु के अनुसार शुभ माना जाता है। पीला रंग : अध्ययन कक्ष या लाइब्रेरी में इनका प्रयोग अच्छा रहता है। यह स्नायु तंत्र को संतुलित और मस्तिष्क को सक्रिय रखता है। बैगनी रंग : साधना कक्ष या पूजा स्थल पर इनका प्रयोग बेहतर होगा। ये रंग उत्साह वर्धक और अवसाद नाशक है। सफेद रंग : कमरे की छत को सफेद रंग से पेंट करना ऊष्मा और प्रकाश के लिए अच्छा होता है। ध्यान रखें कि पूरे घर को सफेद रंग से पेंट ना करें। गुलाबी, लाल, नारंगी : बेडरूम में इनका प्रयोग उपयुक्त है। ये आपसी संबंधों को सुदृढ़ बनाने में सहायक हैं।

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