अंबे की आराधना संग कला की साधना, संगीत के जरिए द‍िया 'नारी सम्‍मान हमारा धर्म' का संदेश

राष्ट्रीय कथक संस्थान द्वारा नारी सुरक्षा एवं सम्मान पर आधारित नवरात्र विशेष कार्यक्रम शक्तिरूपा। मां भगवती के विभिन्न स्वरूपाें को दुर्गा सप्तशती श्लोकों के द्वारा कथक के जरिए प्रस्तुत किया गया। इसमें कीर्ति सुगन्ध अंत्राशी श्रेया और संजीवनी शामिल रहे। हारमोनियम पर संगत एवं गायन मीना वर्मा का रहा।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sat, 17 Oct 2020 06:42 PM (IST) Updated:Sat, 17 Oct 2020 06:42 PM (IST)
अंबे की आराधना संग कला की साधना, संगीत के जरिए द‍िया 'नारी सम्‍मान हमारा धर्म' का संदेश
नारी शक्ति, नारी सम्मान विषयक लेखक प्रतियोगिता हुई।

लखनऊ, जेएनएन। नारी दैवीय रूप है। स्त्री के बिना समाज की कल्पना भी नहीं की जा सकती। ऐसे में नारी की सुरक्षा और सम्मान हमारा धर्म और कर्तव्य है। इसी संदेश को संगीत के जरिए फैलाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय कथक संस्थान द्वारा 17 से 25 अक्टूबर तक शक्तिरूपा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। आयोजन के पहले दिन शनिवार को वक्तव्य के साथ ही संगीत एवं नृत्य संरचना की प्रस्तुति हुई।

नारी शक्ति, नारी सम्मान विषयक लेखक प्रतियोगिता भी हुई, जो सात से 12 और 13-28 आयुवर्ग में बांटी गई। यूनियन बैंक की सेवानिवृत्त चीफ मैनेजर प्रतिमा तिवारी ने बैंक के क्षेत्र से संबंधित बचत के प्रकार, ऋण के प्रकार, बैंक में भर्ती तथा डिजिटल बैंकिग के बारे में विचार तथा अनुभव को साझा किया एवं बालिकाओं को बैंक संबंधी जानकारी दी। कार्यक्रम के चौथे चरण में गायन प्रस्तुति हुई। मीना वर्मा तथा संस्थान के छात्र-छात्राओं द्वारा राग दुर्गा में तीन ताल में निबद्ध बंदिश देवि दुर्गे दयानी दया करो... प्रस्तुत किया गया। दूसरी प्रस्तुति एक ताल में निबद्ध दुर्गा स्तुति की रही, जिसके बोल जय दुर्गे दुगर्ति परिहारिणी मां...थे। प्रिया, करिश्मा, मानसी एवं अनन्या ने प्रस्तुति दी। पहले दिन की अंतिम प्रस्तुति नृत्य संरचना की रही। मां भगवती के विभिन्न स्वरूपाें को दुर्गा सप्तशती श्लोकों के द्वारा कथक के जरिए प्रस्तुत किया गया। इसमें कीर्ति, सुगन्ध, अंत्राशी, श्रेया और संजीवनी शामिल रहे। हारमोनियम पर संगत एवं गायन मीना वर्मा का रहा। तबले पर नितीश भारती ने साथ दिया। परिकल्पना, अवधारणा एवं मार्गदर्शन कथक संस्थान की सचिव सरिता श्रीवास्तव का था।

भातखंडे में नव शक्ति, नव रस कार्यक्रम

भातखंडे संगीत संस्थान अभिमत विश्वविद्यालय द्वारा 17 से 24 अक्टूबर तक नव शक्ति नव रस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। शनिवार को आयोजन के पहले दिन आराधना शास्त्रीय गायन कार्यक्रम हुआ। कलाकार रश्मि चौधरी ने जय भगवती देवी नमो वर दे...समेत मां दुर्गा को समर्पित अन्य गीतों की प्रस्तुति दी। प्रयागराज से ऋषि-वरुण मिश्र ने देवी स्तुति प्रस्तुत की। डॉ. स्मृति त्रिपाठी और डॉ. शालिनी ने भी मां भवानी को सुरों के सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम जूम, यूट्यूब और फेसबुक पर लाइव हुआ।  

chat bot
आपका साथी