UP Investors Summit: उद्योगों की सुरक्षा के लिए अलग से बने साइबर सिक्योरिटी प्लान

केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने साइबर चुनौतियों से सजग कर राज्य सरकार को अलग से साइबर सिक्योरिटी प्लान तैयार करने की सलाह दी ।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Wed, 21 Feb 2018 08:45 PM (IST) Updated:Thu, 22 Feb 2018 04:56 PM (IST)
UP Investors Summit: उद्योगों की सुरक्षा के लिए अलग से बने साइबर सिक्योरिटी प्लान
UP Investors Summit: उद्योगों की सुरक्षा के लिए अलग से बने साइबर सिक्योरिटी प्लान

लखनऊ (जेएनएन)। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश में निवेशकों के आने की अपार संभावना जताई पर, उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने पर भी जोर दिया। उन्होंने साइबर चुनौतियों से सजग करते हुए राज्य सरकार को अलग से साइबर सिक्योरिटी प्लान तैयार करने की सलाह दी है। कहा कि इंडस्ट्रियल साइबर सिक्योरिटी मजबूत करना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि, यह अपराध सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने उद्योगों की सुरक्षा के लिए प्राइवेट सिक्योरिटी की भी वकालत की। 

इंवेस्टर्स समिट के उप्र में औद्योगिक एवं आधारभूत सुरक्षा विषयक सत्र में राजनाथ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी और उनके कानून-व्यवस्था की सराहना की। कहा, उप्र के इतिहास में पहली बार इतना सफल आयोजन हुआ है। खुद उप्र के मुख्यमंत्री रहने की याद दिलाते हुए राजनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश को जिस ऊंचाई पर ले जाना है उसमें सुरक्षा सबसे अहम है। अगर कोई सरकार औद्योगिक सुरक्षा की व्यवस्था करती है तो उससे निवेश के लिए उद्यमी आश्वस्त होते हैं। हाल के वर्षों में राज्य सरकारों ने अपने-अपने इलाकों में औद्योगिक सुरक्षा नीति बनाई है। पर, सबसे बड़ी चुनौती और खतरा साइबर अपराधियों से है। कई बार डेटा चुराने वाला अपराधी प्रदेश की सीमा से बाहर नहीं बल्कि देश की सीमा से भी बाहर होता है। डेटा सिक्योरिटी भी एक अहम पहलू है। कंटीजेंसी प्लान, इमरजेंसी रेस्क्यू और रेस्पॉन्स सिस्टम भी इसका हिस्सा है। नियमित तौर पर साइबर सिक्योरिटी ऑडिट किया जाना जरूरी है।

साइबर सुरक्षा बहुत जरूरी

गृह मंत्री ने कहा कि जिस तरह से हम तकनीक, डिजिटाइजेशन और डेटा कलेक्शन की ओर बढ़ रहे हैं उससे क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो रहा है, जिसकी सुरक्षा बहुत जरूरी है। यह अपराधियों से लेकर आतंकवादियों तक के निशाने पर है। इसलिए हमें अपनी सुरक्षा एजेंसियों को और सशक्त करने की जरूरत है। उन्होंने सुरक्षा बलों को पर्याप्त अधिकार देने पर जोर दिया और कहा कि जब आप सुरक्षाकर्मियों को ताकत देंगे तभी वह प्रभावी ढंग से काम कर सकेंगे। कहा, इंड्रस्टी  विकसित करते समय उसकी सुरक्षा का भी अलग से ब्लू प्रिंट तैयार किया जाना चाहिए।

सुरक्षा के क्षेत्र में सर्वाधिक रोजगार की संभावना 

सुरक्षा के क्षेत्र में दूसरे नंबर पर सर्वाधिक रोजगार देने की क्षमता है। प्राइवेट सिक्योरिटी भी निवेश का एक बड़ा क्षेत्र है। उन्होंने उप्र के मुख्य सचिव राजीव कुमार और डीजीपी ओपी सिंह के केंद्र के अनुभव का उदाहरण देते हुए कहा कि इससे उप्र को बहुत लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिये पॉलिसी में अहम बदलाव किए गए हैं। उससे यूपी और दूसरे राज्यों में भी डिफेंस में निवेश होंगे। गृह मंत्री ने कहा कि देश के विकास का एक्सप्रेस-वे केवल दिल्ली और मुंबई से होकर नहीं गुजरेगा बल्कि उसे लखनऊ होते हुए पूरे उप्र से गुजरना होगा।

उप्र में नए निवेश का मार्ग प्रशस्त : योगी 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उप्र में औद्योगिक इकाइयों और नए निवेश का मार्ग प्रशस्त हुआ है। यहां बेहतर माहौल बना है। उन्होंने औद्योगिक सुरक्षा के विशेषज्ञों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उप्र असीम संभावनाओं का प्रदेश है। योगी ने कहा कि प्रदेश की पुलिस के साथ-साथ निजी सुरक्षा एजेंसियों से साझेदारी के जरिये सुरक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रयास होंगे। उन्होंने निवेशक और हर नागरिक को सुरक्षा का भरोसा दिया। 

 विशेषज्ञों ने दिए खास परामर्श 

औद्योगिक सुरक्षा विशेषज्ञों ने विशेष परामर्श दिए। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने पुलिस की कार्ययोजना पर प्रस्तुतीकरण दिया और भयमुक्त माहौल के लिये प्रतिबद्धता दोहराई। क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोटक्शन पर सीआइएसएफ के एडीजी एमए गणपति, कर्नल रवींद्र पालीवाल, तकनीक पर राजेश माथुर, योगेश दत्ता, साइबर सुरक्षा समूह के ब्रिगेडियर जनरल दोरोन तामिर ने अपना-अपना प्रस्तुतीकरण किया। संचालन एमकेयू लिमिटेड के एमडी मनोज गुप्ता ने किया। इस मौके पर औद्योगिक विकास राज्यमंत्री सुरेश राणा, डीजीपी ओपी सिंह समेत कई प्रमुख लोग मौजूद थे। 

chat bot
आपका साथी