इंटर की परीक्षा देने से वंचित की गई छात्रा को स्कूल प्रशासन ने दिया दो लाख का हर्जाना

लखनऊ के सेंट एन्स डे कॉलेज प्रबंधन बिना 11वीं में रजिस्ट्रेशन के दो साल तक छात्रा से ऐंठते रहे फीस रजिस्ट्रेशन न होने के कारण छात्रा नहीं दे पाई थी इंटर की बोर्ड परीक्षा।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 08:33 PM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2020 07:32 AM (IST)
इंटर की परीक्षा देने से वंचित की गई छात्रा को स्कूल प्रशासन ने दिया दो लाख का हर्जाना
इंटर की परीक्षा देने से वंचित की गई छात्रा को स्कूल प्रशासन ने दिया दो लाख का हर्जाना

लखनऊ, जेएनएन। बिना 11वीं में रजिस्ट्रेशन के दो साल तक छात्रा काजल से फीस ऐंठने और उसके भविष्य से खिलवाड़ करने के मामले में सरोजनीनगर स्थित सेंट एन्स डे इंटर कॉलेज प्रबंधन ने उसे दो लाख रुपये का हर्जाना दिया है। यह राशि विद्यालय प्रबंधन ने छात्रा के पिता के बैंक खाते में चेक से दी है। गुरुवार को यह जानकारी डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि विद्यालय की चूक के कारण छात्रा इंटर की परीक्षा नहीं दे सकी। इस कारण उस पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था। जुर्माने की यह राशि विद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्रा के परिवारीजनों दी गई है।

ए़डमिट कार्ड न आने पर हुई छात्रा को जानकारी, फिर भी बरगलाता रहा प्रबंधन

बीते फरवरी माह में सत्र 2019-20 की यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं के एडमिट कार्ड वितरित किए जा रहे थे। कक्षा 11 में छात्रा काजल का माध्यमिक शिक्षा परिषद में पंकजीकरण न होने के कारण उसका एडमिट कार्ड नहीं आया। छात्रा काजल अपने पिता नंदराम मौर्या के साथ कॉलेज में एडमिट कार्ड लेने पहुंची तो मैनेजर अक्षय वर्मा ने कहा कि तुम्हारा कार्ड मिल नहीं रहा है। एक दो दिन में आ जाएगा। छात्रा ने चिंता जताई कि दो-तीन दिन बाद परीक्षा होनी है अभी तक कार्ड क्यों नहीं आया है। इस पर उसे समझाकर घर भेज दिया। अगले दिन विद्यालय की प्रबंधक नीलम स्विंग और मैनेजर छात्रा के घर पहुंचे और उन्हें जानकारी दी कि तुम्हारा एडमिट कार्ड नहीं आया है। क्योंकि बोर्ड में रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका। छात्रा और उसके परिवारीजनों के विरोध किया तो उन्हें धमकाया। इसके बाद हंगामा हुआ। मामला डीआइओएस आफिस पहुंचा। वहां से नोटिस जारी तक प्रबंधक को तलब किया गया। जिसके बाद दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।

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