हार-जीत नहीं सेहत और स्वच्छता का संदेश देने के लिए हुई मैराथन

रविवार सुबह छह बजे गोमती रिवर फ्रंट से शहर के सैकड़ों लोगों ने छह किलोमीटर तक दौड़ लगाई। इस दौरान पंजीकरण से निराश्रित बच्चों की मदद के लिए धनराशि भी जुटाई गई।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 07:55 PM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 07:55 PM (IST)
हार-जीत नहीं सेहत और स्वच्छता का संदेश देने के लिए हुई मैराथन
हार-जीत नहीं सेहत और स्वच्छता का संदेश देने के लिए हुई मैराथन

लखनऊ, जागरण संवाददाता। सेहतमंद रहने के लिए जितना जरूरी शारीरिक व्यायाम है, उतना ही साफ-सफाई भी है। यही संदेश देने के लिए रविवार सुबह छह बजे गोमती रिवर फ्रंट से शहर के सैकड़ों लोगों ने छह किलोमीटर तक दौड़ लगाई। इस दौरान पंजीकरण से निराश्रित बच्चों की मदद के लिए धनराशि भी जुटाई गई।

मैरिएट इंटरनेशनल की ओर से आयोजित 'रन-टू-गिव' मैराथन को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के क्षेत्रीय निदेशक अनिल ओरा ने झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रतिभागियों ने गोमती रिवर फ्रंट से अंबेडकर पार्क होते हुए करीब छह किमी तक दौड़ लगाई। वापस रिवर फ्रंट पहुंच कर मैराथन समाप्त हुई। मैरिएट वाइट फील्ड के मार्केट वाइस प्रेसीडेंट रंजू एलेक्स, नमित विज, सुदीप शर्मा तथा संस्था के पदाधिकारियों समेत शहर के विभिन्न वर्गों के लोगों ने रन-टू-गिव में प्रतिभाग किया। खास बात है कि यह मैराथन हार-जीत की बजाए जागरूकता का संदेश देने के लिए आयोजित की गई थी।

मैराथन के सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके बाद प्रतिभागियों ने कार्यक्रम स्थल की सफाई भी की। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए दौड़ लगाना जरूरी है। यह बेहतर व्यायाम है। ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाने चाहिए। मार्केटिंग इंचार्ज अदीश ने बताया कि पंजीकरण से जुटाई गई धनराशि संस्था के होम में रहने वाले बच्चों को दान की जाएगी।

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