Recruitment Scam in UP: सहकारिता विभाग में भर्ती घोटाले में SIT की जांच के घेरे में कई और अफसर

Recruitment Scam in UP जांच एजेंसी ने सहकारिता विभाग में अन्य पदों पर हुई भर्तियों की भी जांच शुरू कर दी है। एसआइटी ने उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड के तत्कालीन मुख्य महाप्रबंधक नारद यादव व प्रबंधक श्रेणी-दो स्थापना सुधीश कुमार के भी बयान दर्ज किए हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sun, 08 Nov 2020 12:26 PM (IST) Updated:Sun, 08 Nov 2020 04:06 PM (IST)
Recruitment Scam in UP: सहकारिता विभाग में भर्ती घोटाले में SIT की जांच के घेरे में कई और अफसर
जांच एजेंसी का आरोपितों के साथ अन्य संदिग्धों पर शिकंजा कसता चला जा रहा है

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार के कार्यकाल में सहकारिता विभाग व सहयोगी संस्थाओं में हुई भर्तियों में धांधली के मामले में विशेष अनुसंधान दल (एसआइटी) अपनी जांच के कदम तेजी से आगे बढ़ा रही है। इसमें जांच एजेंसी का आरोपितों के साथ अन्य संदिग्धों पर शिकंजा कसता चला जा रहा है।

उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव बैंक में सहायक प्रबंधक के पदों पर भर्ती में हुई धांधली के मामले में एफआइआर दर्ज कराने के बाद जांच एजेंसी ने सहकारिता विभाग में अन्य पदों पर हुई भर्तियों की भी जांच शुरू कर दी है। एसआइटी ने उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड के तत्कालीन मुख्य महाप्रबंधक नारद यादव व प्रबंधक श्रेणी-दो स्थापना सुधीश कुमार के भी बयान दर्ज किए हैं। इसके अलावा ग्राम विकास बैंक के अन्य अधिकारियों व कर्मियों से भी पूछताछ भी की जा चुकी है।

एसआइटी अब इस प्रकरण में अगले सप्ताह आयोजित कराने वाले उत्तर प्रदेश सहकारी संस्थागत सेवा मंडल के तत्कालीन अधिकारियों को नोटिस देकर तलब करेगी और उनसे पूछताछ की जाएगी। शासन ने सहकारिता विभाग के साथ अधीनस्थ संस्थाओं में एक अप्रैल 2012 से 31 मार्च 2017 के मध्य की गई सभी नियुक्तियों की जांच एसआइटी को सौंपी है। करीब 2324 पदों पर की गई भर्ती जांच के दायरे में है। उप्र सहकारी संस्थागत सेवा मंडल के जरिये कोआपरेटिव बैंक में चार प्रकार के पदों पर भर्ती की गई थी। एसआइटी उप्र राज्य भंडारण निगम वर्ष 2013 में हुई तथा उप्र सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड में वर्ष 2015-16 में हुई भर्तियों की जांच रिपोर्ट इसी माह शासन को सौंपने की तैयारी में है। 

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