उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बारिश, मौसम हुआ सुहाना

प्रदेश के जिलों में बुधवार को झमाझम बारिश और बूंदाबांदी के बाद गर्मी और उमस से राहत मिली। कुछ स्थानों में बदरा मेहरबान तो नहीं पर बादल छाए रहे।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Wed, 22 Aug 2018 09:05 PM (IST) Updated:Wed, 22 Aug 2018 09:05 PM (IST)
उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बारिश, मौसम हुआ सुहाना
उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बारिश, मौसम हुआ सुहाना

लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश के विभिन्न जिलों में बुधवार को झमाझम बारिश और बूंदाबांदी के बाद गर्मी और उमस से राहत मिली। कुछ स्थानों में बदरा मेहरबान तो नहीं पर बादल छाए रहे। अधिकाश नदियों के जलस्तर में कमी दर्ज की गई, जिससे तटवर्ती क्षेत्र के लोगों और प्रशासन ने राहत की सांस ली। वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं। बारिश के दौरान बिजली गिरी, जिसकी चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। 

मध्य उप्र के कानपुर और आसपास के जिलों में घटा छाई रही, लेकिन उमस भी चरम पर रही। हालांकि कुछ जिलों में हल्की बारिश हुई। उरई, चित्रकूट, औरैया, फतेहपुर, हमीरपुर में भी उमस रही। राठ में बारिश ने लोगों को राहत तो दी, लेकिन बिजली गिरने से एक की मौत हो गई। महोबा के कुलपहाड़ क्षेत्र में हुई मौसम की पहली तेज बारिश से रेलवे स्टेशन में स्टेशन अधीक्षक के कमरे और प्लेटफार्म पर पानी भर गया। झांसी-मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुलपहाड़ पनवाड़ी के बीच सुंगिरा नाले के उफान से यात्रियों व वाहनों का आवागमन ठप। कन्नौज में रिमझिम बारिश देर शाम होती रही। कानपुर, उन्नाव, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, हमीरपुर में नदियों का जलस्तर ठहरा है। इटावा में कई जगह बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया। 

पूर्वांचल में बादलों की आवाजाही के बीच उमस और धूप रुलाती रही। बलिया, मऊ व आजमगढ़ में घाघरा नदी में उफान पर है। तटवर्ती इलाके के गांव खाली करा लिए गए हैं। पर्याप्त बारिश नहीं होने से सूखे जैसे हालात बन रहे हैं। वैसे मौसम विभाग ने एक दो दिन में बारिश की संभावना जताई है। गोरखपुर व बस्ती मंडल में बुधवार को बाढ़ की स्थिति सामान्य रही। कुछ दिनों से निरंतर गिर रहे गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई, जबकि शेष नदियों के जलस्तर में गिरावट जारी है। बुधवार दिन में आसमान में छाई बदली व दोपहर में हुई हल्की बारिश ने भी आमजन को उमस से निजात दिलाई है। देवरिया में प्रवाहित होने वाली सभी नदियों का जलस्तर कम हो रहा है। सरयू के जलस्तर में 5 सेमी की कमी दर्ज की गई। कुशीनगर में वाल्मीकि नगर बैराज से मामूली कमी दर्ज की गई, लेकिन कटान की गति जस की तस है। बस्ती में सरयू नदी का जलस्तर घटने के बाद भी बाढग़्रस्त गांवों की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं आया है। बुधवार को अयोध्या में सरयू नदी खतरे के निशान ऊपर प्रवाहित हो रही थी। इस बीच बाढग़्रस्त गांवों में लगातार एक सप्ताह से पानी भरा होने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ, बरेली में झमाझम बारिश हुई। पीलीभीत, शाहजहांपुर और बदायूं में भी सुबह से लेकर शाम तक रुक रुक कर बारिश होती रही।

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