प्रत्यूष हत्याकांड : गुनहगार तो पकड़े गए, लेकिन चाकू कहां गया
हमलावरों की निशानदेही पर दूसरे दिन भी कुकरैल नाले में चाकू की घंटो तलाश हुई, लेकिन वह मिला नहीं।
लखनऊ, जेएनएन। भाजपा नेता प्रत्यूषमणि त्रिपाठी (40) पर हमले के मामले में पुलिस असली गुनहगारों तक तो पहुंचने में कामयाब रही, लेकिन एड़ी चोटी का जोर लगाने के बावजूद वह चाकू अभी भी नहीं बरामद कर सकी, जिससे प्रत्यूष पर हमला किया गया था। इंस्पेक्टर महानगर व मामले के विवेचक विकास कुमार पांडेय के मुताबिक हमलावरों की निशानदेही पर दूसरे दिन भी कुकरैल नाले में चाकू की घंटो तलाश हुई, लेकिन वह मिला नहीं। यह भी हो सकता है कि हमलावरों ने पुलिस से झूठ बोलकर उसे गुमराह किया हो और चाकू कहीं और फेंक दिया हो।
मामले से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि प्रत्यूष के घर पर हमले के सभी नामजद आरोपित गिरफ्तार हो गए हैं और हमले का षडयंत्र रचने वाले प्रत्यूष के साथी भी सलाखों के पीछे हैं, प्रत्यूष के घरवालों की शंकाओं का समाधान करने के लिए अभी जांच जारी है। उन्होंने बयान में जो बातें कहीं हैं, उस दिशा में भी छानबीन की जा रही है।
गौरतलब है कि मॉडल हाउस निवासी प्रत्यूषमणि त्रिपाठी भाजपा युवा मोर्चा के वरिष्ठ कार्यकर्ता थे और पूर्व में मोर्चा के प्रदेश महामंत्री भी रह चुके थे। तीन दिसंबर की रात वह घर से बादशाहनगर निवासी मित्र से मिलने निकले थे। जिसके बाद वह बादशाहनगर पेट्रोल पंप के पास लहूलुहान हालत में पड़े मिले थे। जिसके बाद उन्हें ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें सीने के पास चाकू मारा गया है, तब जाकर पुलिस को हमले की बात पता चली। प्रत्यूष के परिवार में पत्नी रागिनी व दो बेटियां, एक मासूम बेटा है।