गरीबों को मिलना चाहिये त्वरित और सही न्याय : दीक्षित

देश में न्यायिक अधिकारियों की संविधान के प्रति आस्था बनी रहे और गरीबों को आसानी से न्याय मिल सके। इससे आमजन की न्यायिक व्यवस्था में श्रद्धा बढ़ेगी।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Mon, 29 May 2017 07:51 PM (IST) Updated:Mon, 29 May 2017 07:51 PM (IST)
गरीबों को मिलना चाहिये त्वरित और सही न्याय : दीक्षित
गरीबों को मिलना चाहिये त्वरित और सही न्याय : दीक्षित

लखनऊ (जेेएनएन)। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा है कि देश में न्यायिक अधिकारियों की संविधान के प्रति आस्था बनी रहे और गरीबों को आसानी से न्याय मिल सके। इससे आमजन की न्यायिक व्यवस्था में श्रद्धा बढ़ेगी। उन्होंने अधिकारियों से त्वरित न्याय की अपेक्षा करते हुए कहा कि भारत में विधि के शासन की कल्पना संविधान में गई है और भारत की न्यायपालिका की प्रतिष्ठा की बराबरी दुनिया में कोई देश नहीं कर सकता है।


सोमवार को विधान भवन के राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन हाल में विधानसभा अध्यक्ष नव नियुक्त न्यायिक अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि न्यायिक अधिकारियों का प्रयास होना चाहिए कि सब जगह से हार और थक कर जब व्यक्ति न्याय की शरण में जाए तो उसे आसान और त्वरित न्याय मिले। कहा कि आम जनता का न्याय पालिका के प्रति सदैव आदर भाव बना रहता है। इसके चलते न्याय में भले विलंब हो परंतु निर्णय पर उसका भरोसा हमेशा बना रहता है। विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में न्यायिक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान के निदेशक पीके श्रीवास्तव और अपर विधि परामर्शी डॉ. राजेश सिंह समेत कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।

विस अध्यक्ष से मिले बेल्जियम के राजदूत

विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से सोमवार को विधान भवन में बेल्जियम के राजदूत जान लाइक्स ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान दीक्षित और जान के बीच संसदीय व्यवस्था और भारतीय लोकतंत्र प्रणाली पर विस्तार से चर्चा हुई। जान लाइक्स ने विधान सभा अध्यक्ष को बेल्जियम आने के लिए आमंत्रित किया। दीक्षित ने जान को विधान भवन का स्मृति चिह्न भेंट किया। जान ने विधान सभा के सदन को देखा और वास्तुशैली की प्रशंसा की। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और विधान सभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे भी इस मौके पर मौजूद रहे।
 

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