फार्मेसी कोर्स की फीस में 15 हजार की बढ़ोतरी

नोट::खबर सभी केंद्र जारी की जा सकती है -निजी संस्थाओं के विद्यार्थियों पर अतिरिक्त बोझ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Jun 2018 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 19 Jun 2018 06:00 AM (IST)
फार्मेसी कोर्स की फीस में 
15 हजार की बढ़ोतरी
फार्मेसी कोर्स की फीस में 15 हजार की बढ़ोतरी

जितेंद्र उपाध्याय, लखनऊ: यदि आप पॉलीटेक्निक काउंसिलिंग में फार्मेसी ट्रेड का कोर्स निजी संस्था से करने जा रहे हैं तो अतिरिक्त फीस देने के लिए तैयार हो जाइए। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने निजी फार्मेसी संस्थाओं की फीस में 15 हजार रुपये की बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है।

पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा के माध्यम फार्मेसी डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश होता है। निजी संस्थाएं प्रवेश के नाम पर 80 से एक लाख रुपये अतिरिक्त वसूलतीं हैं। अभी तक प्रदेश में फार्मेसी की 80 संस्थाओं की 4800 सीटों पर प्रवेश होता था। इस बार 184 नई संस्थाएं खुलने से 11,040 सीटें और बढ़ गई हैं। कुल 15,840 सीटों के मुकाबले 37,756 अभ्यर्थी काउंसिलिंग के लिए चुने गए हैं। डिप्लोमा इंजीनियरिंग से लेकर डी फार्मा (डिप्लोमा इन फार्मेसी), डी. आर्क (डिप्लोमा इन आर्किटेक्चर) एवं डीएचएमसीटी (डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग सर्विस) की फीस बढ़ाई गई है। दो व एक वर्षीय सभी पाठ्यक्रमों के लिए फीस 21,500 से बढ़ाकर 22,500 रुपये कर दी गई है। वहीं फीस बढ़ोतरी के साथ ही परिषद ने डोनेशन को रोकने के लिए जिले की सरकारी संस्था को नोडल संस्था बनाने का निर्णय लिया है। इससे अभ्यर्थी निजी संस्था में मनमानी फीस की वसूली होने पर सरकारी संस्था में फीस जमाकर निजी संस्थान में प्रवेश पा सकते हैं। फीस जमा होने के साथ ही विद्यार्थी की सीट लॉक हो जाएगी। कोड

निजी संस्थाओं के मानक के अनुरूप फीस का निर्धारण किया गया है। इसके अतिरिक्त फीस लेने पर संस्थाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। यही नहीं यदि डोनेशन के नाम पर अतिरिक्त फीस की वसूली की गई तो संस्थान की मान्यता रद करने के साथ ही उसे काली सूची में भी डाला जाएगा।

एफआर खान, सचिव, संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद इंसेट

फीस बढ़ोतरी पर एक नजर

-डिप्लोमा एंड इंजीनियरिंग-30,000 से बढ़कर- 30,150

-डी. फार्मा 30,000 से बढ़कर-45000

-डी. आर्क-30,000 से बढ़कर-30,250

-डीएचएमसीटी-30,000 से बढ़कर-31,300

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