जनता जल्द महसूस करने लगेगी दोनों सरकारों का अंतर : अखिलेश

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि वादा निभाने वाली समाजवादी व बहकाकर वोट हासिल करने वाली भाजपा सरकार के अंतर को जल्द महसूस करने लगेंगे।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Tue, 28 Mar 2017 07:58 PM (IST) Updated:Tue, 28 Mar 2017 08:53 PM (IST)
जनता जल्द महसूस करने लगेगी दोनों सरकारों का अंतर : अखिलेश
जनता जल्द महसूस करने लगेगी दोनों सरकारों का अंतर : अखिलेश
लखनऊ (जेएनएन)। उम्मीद के मुताबिक सपा के विधानसभा सदस्यों (एमएलए) व विधान परिषद सदस्यों (एमएलसी) ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पार्टी विधान मंडल दल का नेता चुन लिया है। इसके बाद अखिलेश ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा और उसे आरएसएस का कट्टरपंथी एजेंडा लागू करने वाली सरकार ठहराया। कहा, नागरिक वादा निभाने वाली समाजवादी व बहकाकर वोट हासिल करने वाली भाजपा सरकार के अंतर को जल्द महसूस करने लगेंगे।
प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को आयोजित एमएलए, एमएलसी की संयुक्त बैठक में पहले अखिलेश यादव को सपा विधान मंडल दल का नेता चुना गया और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष चुनने का अधिकार यादव को सौंप दिया गया। यादव को विधानमंडल दल का नेता नियुक्त किये जाने का प्रस्ताव पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी, बलराम यादव व नरेश उत्तम पटेल ने रखा, जिसका सभी सदस्यों ने समर्थन किया। अखिलेश यादव ने कहा कि झूठे वादों के जरिये जनता को गुमराह कर यह सरकार बनी है। भ्रष्ट राजनीति का यह नया रूप है। देश की राजनीति खतरनाक मोड़ पर आ गई है। जहां से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भाजपा सरकारों के जरिये कट्टरपंथी एजेंडा लागू करने का प्रयास कर रहा है। इससे देश का धर्मनिरपेक्ष स्वरूप खतरे में पडऩे की आशंका है। लोकतंत्र में सरकारों में बदलाव होता रहा है, मगर यह चुनाव विकास और जनहित के मुद्दों से हटकर हुए हैं। समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल में जनकल्याण की योजनाएं बनाई, जिसका अनुसरण दूसरे राज्यों की सरकारों ने भी किया। समाजवादी सरकार ने जनता का पैसा जनहित में खर्च किया। 
सिद्धांतों को लेकर जनता के बीच रहेंगे
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादियों को सिद्धांतों व अपने कार्यक्रमों को लेकर जनता के बीच रहना है। फिर चुनावी मैदान में भी जाना है। उसकी तैयारी में अभी से जुटें। कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सदस्यता अभियान की तैयारी शुरू कर दी जाए। पांच अप्रैल से दो माह तक अभियान चलेगा, जिसमें नौजवानों को पार्टी से जोडऩे का प्रयास किया होगा। जनहित के मुद्दों पर संघर्ष भी किया जाएगा।
हसन होंगे परिषद में नेता
सूत्रों का कहना है पूर्व मंत्री अहमद हसन का विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनाया जाना तय है। कानूनी औपचारिकता के बाद उन्हें नेता नियुक्त करने का प्रस्ताव विधान परिषद के सभापति को भेजा जाएगा। अहमद हसन पूर्व में भी विधान परिषद में ही नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। 
आजम, शिवपाल गैर हाजिर
एमएलए, एमएलसी की संयुक्त बैठक से सपा के दोनों संस्थापक सदस्य फिर गैर हाजिर रहे। आजम लखनऊ से बाहर हैं, मगर शिवपाल यादव न सिर्फ लखनऊ में मौजूद थे बल्कि जिस समय बैठक चल रही थी, उसी समय विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा कार्यालय के सामने से गुजरे। बाहर खड़े मीडिया कर्मियों का अभिवादन भी किया। ध्यान रहे, शिवपाल विक्रमादित्य मार्ग पर स्थित अपने निजी आवास में रहते हैं। घर से बाहर आने-जाने के का यही प्रमुख मार्ग है।
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